अयोध्या: नवरात्रि के दौरान बंद रहेंगी मांस की दुकानें बंद, जारी हुई एडवाइज़री
नवरात्रि को शारदीय नवरात्रि या शरद नवरात्रि के नाम से भी जाना जाता है। यह नौ दिनों तक चलने वाला त्योहार है जिसे भारत के सबसे बड़े त्योहारों में से एक माना जाता है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार, इस बार शारदीय नवरात्रि 3 अक्टूबर से शुरू हो रही है और 11 अक्टूबर को समाप्त होगी।
नवरात्रि: आगामी नवरात्रि त्योहार के मद्देनजर, मंगलवार को जारी आधिकारिक बयान के अनुसार, उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में 3 अक्टूबर से 11 अक्टूबर तक मांस, चिकन, मछली आदि बेचने वाली सभी दुकानें बंद रहेंगी। आधिकारिक आदेश के अनुसार, जो लोग आदेश का पालन नहीं करेंगे, उनके खिलाफ खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के तहत सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
मांस की दुकानें बंद रहेंगी
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, अयोध्या के सहायक आयुक्त (खाद्य) द्वितीय, माणिक चन्द्र सिंह ने एक आधिकारिक बयान में बताया कि, “आगामी नवरात्रि पर्व के दृष्टिगत दिनांक 03.10.2024 से 11.10.2024 तक जनपद अयोध्या में बकरा, मुर्गा, मछली आदि की समस्त मीट की दुकानें बन्द रहेंगी। उक्त तिथि को यदि उक्त दुकानों पर आम जनता द्वारा मीट का विक्रय व भंडारण किया जा रहा हो तो विभाग के मोबाईल नंबर- 05278366607 पर सूचित करें। उक्त आदेश का अनुपालन न किये जाने की दशा में सम्बन्धित खाद्य व्यापारियों के विरूद्ध खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के अन्तर्गत कठोर विधिक कार्यवाही की जायेगी।”
नवरात्रि 2024
नवरात्रि को शारदीय नवरात्रि या शरद नवरात्रि के रूप में भी जाना जाता है, यह नौ दिनों का त्योहार है जिसे भारत में सबसे बड़े त्योहारों में से एक माना जाता है। दसवां दिन, जिसे विजयादशमी के रूप में जाना जाता है, बुराई पर अच्छाई का जश्न मनाता है और इसे नवरात्रि समारोह का अंतिम दिन माना जाता है। देवी दुर्गा की मूर्तियों को जल में विसर्जित किया जाता है, जो देवी के अपने निवास पर लौटने का प्रतीक है। यह त्योहार लगभग सभी लोगों द्वारा मनाया जाता है और हिंदू संस्कृति में इसका बहुत महत्व है। यह नौ दिनों तक मनाया जाता है और बड़े जोश और उत्साह के साथ किया जाता है। यह त्योहार विशेष रूप से देवी दुर्गा और उनके नौ रूपों की पूजा के लिए समर्पित है। देवी का हर रूप एक गुण या शक्ति है और त्योहार के दौरान एक अलग दिन मनाया जाता है। नवरात्रि साल में दो बार मनाई जाती है: मार्च-अप्रैल (चैत्र नवरात्रि) और फिर सितंबर-अक्टूबर (शरद नवरात्रि) में।
यह त्यौहार आश्विन माह में शारदीय नवरात्रि या शरद नवरात्रि से शुरू होता है, जो सितंबर से अक्टूबर तक चलता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान राम और उनकी पत्नी सीता को रावण को मारने और अपनी पत्नी को बचाने से पहले नौ दिनों तक देवी दुर्गा की कृपा प्राप्त करनी पड़ी थी। इसलिए, इस त्यौहार को बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाने के लिए भी याद किया जाता है।