LOCKDOWN: नो एक्जिट के बीच, कोरोना नहीं शिक्षा माफ़ियाओं का कहर…

लखनऊ- नोवल कोरोना वायरस के कहर ने सभी को परेशान करके रखा है और अब सभी अपने-अपने घरों में बंद हो चुके हैं. कभी सोचा न था कि इस तरह बिना घर से बाहर निकले भी जिंदगी चल पाएगी. जिंदगी के पहिए इस तरह घर में ही रुक जाएंगे ये किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था. लेकिन ऐसी आपातकालीन स्थिति में देश को इस कोरोना के भंवर से निकालने के लिए हम सभी अपनी पूरी कोशिश में लगे हुए हैं. लेकिन कुछ लोग ऐसे हैं जो इस संकट की स्थिति में भी अपना फ़ायदा ढूंढ रहें हैं.

 

ONLINE CLASSES

शिक्षा का हम सभी के जीवन में बहुत महत्व है. इसके बिना जीवन यापन करना मुश्किल है. और इसलिए हम अपने बच्चों को स्कूल भेजते हैं. लेकिन कोविड-19 के बवंडर ने सभी स्कूलों पर थोड़े समय के लिए ताला लगा दिया है. इसके बावजूद ऑनलाइन क्लासेस के माध्यम से बच्चों को शिक्षा देते रहने का एक अच्छा तोड़ निकाला है. लेकिन इस तोड़ में खोट आ जाने से  अभिभावकों के लिए यह चिंता का विषय बन गया है. ऑनलाइन पढ़ाई के नाम पर फीस की रकम जमा करने को लेकर प्राइवेट स्कूल संचालकों ने अभिभावकों पर जोर डालना शुरु कर दिया है. ऐसे में अगर मां-बाप बच्चों को ऑनलाइन क्लासेस नहीं दिलवाते तो उनके बच्चे का भविष्य पीछे रह जाएगा, इस चिंता ने उन्हें डिप्रेशन का शिकार बना दिया है.

यूपी में बढ़े कोरोना के मरीज, सबसे ज्यादा आगरा में केस…

जहां एक तरफ जिंदगी और मौत से जूझने वाली स्थितियों के साथ जीविका के धनोपार्जन की चिंता बनी हुई है, तो वहीं दूसरी तरफ शिक्षा माफियाओं द्वारा कलेजे के टुकड़े के भविष्य खराब कर देने वाली धमकियों से परेशान हो चुके हैं अधिकतर परिवार.

बात यहीं नहीं खत्म होती. कहीं -कहीं, पिछली क्वाटरली फीस न जमा होने के कारण स्कूल संचालकों ने ऑनलाइन सिस्टम वाली पढ़ाई से बच्चों के नाम हटा दिए और  गुरुजनों की इन हरकतों और जन्मदाता की मजबूरी से बच्चे डिप्रेशन में आने लगे हैं. कोरोना के कारण थमी जिंदगी के पटरी पर आते ही फीस जमा करने वाले अभिभावकों के अनुरोध पर स्कूल संचालक बच्चों को फेल करने का दिखाते डर, देते आवाज न उठाने की धमकी.

कोरोना की घेराबंदी को लेकर की गई नाकेबंदी से अधिकतर मध्यम वर्गीय परिवारों का बजट गड़बड़ाया है. ऐसे में तरह -तरह की समस्याओं का सामना कर रहे परिवारों का दर्द प्राइवेट स्कूल संचालक  बढ़ा ही रहे हैं. ऐसे में देश का भविष्य केवल एक तरफ़ से खतरे में नहीं है. अभिभावकों और बच्चों को ऐसी मुश्किल घड़ी में टार्चर करने वाले प्राइवेट स्कूलों के नामों का शीघ्र होगा खुलासा।

 

LIVE TV