भारी बर्फबारी के चलते रोकी गई केदारनाथ यात्रा, दो तीर्थयात्रियों की मौत

देहरादून। सूबे के पहाड़ी क्षेत्र में मौसम विभाग के अलर्ट के अनुसार मौसम ने करवट ली है। राजधानी देहरादून और आसपास के इलाकों में तेज हवाएं के साथ बारिश शुरू हो गयी। सुरक्षा को देखते हुए बिजली सप्लाई बंद कर दी गयी है। वहीँ लगातार वर्फबारी के चलते प्रशासन ने केदारनाथ जाने वाले यात्रियों को सोनप्रयाग व गौरीकुंड में रोक दिया है।

भारी बर्फ़बारी

मौसम विभाग की चेतावनी के बाद केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने चार धाम की यात्रा को देखते हुए सूबे के मुखिया त्रिवेंद्र सिंह रावत से जानकारी ली। साथ ही उन्होंने ने केंद्र सरकार द्वारा हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया।

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वहीं बारिश के चलते ओजरी दबारकोट के पास मलबा आने से यमुनोत्री हाईवे बंद हो गया है। बदरीनाथ हाईवे भी लामबगड़ में अवरूद्ध हो गया था, जिसे शाम चार बजे खोल दिया गया। बदरीनाथ और लामबगड़ में रोके गए करीब सात हजार यात्रियों को उनके गतव्य पर भेजा गया।

केदारनाथ मंदिर में एक महिला तीर्थयात्री की दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई। सर्दी व आक्सीजन की कमी के चलते अभी तक दो तीर्थयात्रियों की मौत हो गई।

खराब मौसम के चलते कांग्रेस के नेता एवं पूर्व सीएम हरीश रावत सहित, सांसद प्रदीप टम्टा के साथ ही विधायक मनोज रावत केदारनाथ धाम में फंस गए हैं। वहां लगातार बारिश और बर्फबारी के चलते हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर पा रहा है।

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बता दें मौसम विभाग द्वारा चेतावनी जारी की गई है कि ओलावृष्टि के बाद 70 से 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी।

वहीँ पिछले दिनों कुमाऊं में आंधी से चार लोगों की जान चली गई थी। इसके चलते देहरादून, उत्तरकाशी, टिहरी, रुद्रप्रयाग, चमोली, हरिद्वार, अल्मोड़ा और बागेश्वर में 12वीं तक स्कूलों में अवकाश घोषित किया गया है।

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