केंद्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर ने इस अनोखे अंदाज में मनाया रक्षाबंधन
अनुसूचित जनजाति की महिलाओं ने आशियाना लखनऊ में भारत सरकार के आवासन एवं शहरी कार्य राज्यमंत्री कौशल किशोर के हाथों पर राखियां बांधी एवं अपने समाज के उत्थान के लिए आशीर्वचन प्राप्त किया और सभी अनुसूचित जनजाति समाज की महिलाओं ने भाई-बहन के अटूट प्रेम एवं रक्षार्थ त्यौहार रक्षाबंधन पर्व “राखी उत्सव” को हर्षोल्लास के साथ मनाया। इस अवसर पर 1167 अनुसूचित जनजाति की महिलाओं ने केंद्रीय राज्य मंत्री एवं मोहनलालगंज लोकसभा के लोकप्रिय सांसद कौशल किशोर को राखी बांधी।
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अनुसूचित जनजाति की महिलाओं ने बताया कि केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर उन्हें समाज की मुख्यधारा में लाने का कार्य कर रहे हैं और उन्हें एक बेहतर जिंदगी और सम्मान से जीने के लिए प्रेरित करते रहते हैं। कौशल किशोर ने कहा कि सभी अनुसूचित जनजाति की महिलाएं मेरी बहने हैं मै इनके मान सम्मान की रक्षा एवं सुख दुख में सदैव साथ रहूंगा और सभी अनुसूचित जनजाति महिलाओं के परिवार को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने का कार्य करेंगे। केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर ने अपनी सभी बहनों को संबोधित करते हुए कहा की बहनों ने पवित्र राखी बांधकर मुझे अपना भाई बनाया है और मैं सभी बहनों का भाई कौशल सभी को यह विश्वास दिलाता हूं की किसी भी बहन को कच्चे घर में नही रहने दूंगा सभी को पक्का घर दिलाऊंगा हर पात्र बहन को पेंशन और तमाम सरकारी योजनाओं का लाभ भी दिलाने का कार्य किया जायेगा।
कौशल किशोर ने अनुसूचित जनजाति समाज की सभी बहनों से कहा कि वह अपने अपने लड़कों को अच्छे से पढ़ाई उनकी सरकार लड़कियों के लिए ग्रेजुएशन तक वह बच्चों के लिए इंटर तक फ्री में शिक्षा दे रही है। कौशल किशोर ने सरकार द्वारा चलाई जा रही तमाम जनकल्याणकारी योजनाओं को गिनाते हुए कहा कि जिस किसी को भी इन योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है और वह उस योजना के पात्र हैं तो वह उसे दिलाने का कार्य करेंगे। बताते चलें इससे पहले केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर कई कार्यक्रम अनुसूचित जनजाति समाज के साथ कर चुके हैं जिसमे अनुसूचित जनजाति प्रशिक्षण कार्यक्रम, सरकार की योजनाओं की जानकारी देना आदि कार्यक्रम कर वह जनजाति समाज को मुख्यधारा में लाने का कार्य कर रहे हैं। इसलिए सभी अनुसूचित जनजाति समाज की महिलाओं ने कौशल किशोर को अपना रक्षक, अपना भाई मानते हुए ‘राखी उत्सव’ मनाकर राखी बांधी।