कासगंज हिंसा : एसपी सुनील सिंह का तबादला, पीयूष श्रीवास्तव को मिली कमान

कासगंज। राज्य के कासगंज जिले में तिरंगा यात्रा के दौरान हिंसा में चंदन की मौत के बाद सोमवार को भी तनाव की स्थिति जारी है। पुलिस लगातार सघन तलाशी अभियान चलाकर दोषियों को पकड़ने की कोशिश में जुटी हुई है। वहीँ कासगंज के एसपी सुनील सिंह को हटा दिया गया है। उनकी जगह पियूष श्रीवास्तव को जिले की कमान सौंपी गई है।

कासगंज हिंसा

जिले में भड़की हिंसा के बाद से ही एसपी सुनील सिंह पर लापरवाही के आरोप लग रहे थे। बता दें पियूष श्रीवास्तव इससे पहले आजमगढ़ में तैनात थे। वहीं खबरों के मुताबिक, अभी और भी कई अधिकारियों पर हिंसा में लापरवाही बरतने को लेकर योगी सरकार की गाज गिर सकती है।

राज्यपाल ने जताया हिंसा पर दुःख

कासगंज में तिरंगा यात्रा के दौरान वहां पर भड़की सांप्रदायिक हिंसा पर उत्तर प्रदेश राज्यपाल राम नाईक ने दुख जताया है। राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि कासगंज में जो हुआ वह हम सभी के लिए शर्म की बात है। सरकार को अब ऐसे कदम उठाने चाहिए, जिससे कहीं और ऐसी घटना ना हो सके।

हिंसा के दोषियों की गिरफ़्तारी

पुलिस द्वारा रविवार रात जारी बयान के मुताबिक कासगंज हिंसा मामले में अब तक कुल 112 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। इनमें से 31 अभियुक्त हैं, जबकि 81 अन्य को एहतियातन गिरफ्तार किया गया है। हिंसा के मामले में अब तक 5 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। इनमें से 3 कासगंज के कोतवाल की तहरीर पर पंजीकृत हुए हैं।

गिरफ्तार लोगों ने स्वीकार की साजिश की बात

गिरफ्तार किये गए कुछ आरोपियों का कहना है कि माहौल को हिंसा का रूप देने के लिए आगजनी की जा रही थी। वहीँ चन्दन के हत्यारोपियों को स्थानीय नेताओं द्वारा संरक्षण दिए जाने की बात भी सामने आई है। हिंसा फ़ैलाने वालों पर रासुका लगाने की तैयारी हो रही है। इसमें दोनों पक्षों की तरफ से आगजनी और तोड़फोड़ करने वालों की गिरफ़्तारी की गई है।

20 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान

हालात सामान्य करने के लिए सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद मोर्चा संभाले हुए हैं। उन्होंने रविवार को कासगंज के मुद्दे को लेकर DGP और मुख्य सचिव के साथ बैठक की। बैठक के बाद योगी सरकार की ओर से मृतक चंदन गुप्ता के परिजनों को 20 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया गया।

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