
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले के बरला थाना क्षेत्र में मोहल्ला कोठी में हुई सनसनीखेज हत्या ने सभी को चौंका दिया। तीन बच्चों की मां बीना ने अपने प्रेमी मनोज के साथ मिलकर अपने पति सुरेश (32) की गोली मारकर हत्या करवा दी।

पुलिस पूछताछ में बीना ने चौंकाने वाला खुलासा किया कि उसने टीवी शो क्राइम पेट्रोल के छोटे-छोटे वीडियो (शॉट्स) देखकर हत्या की साजिश रची और अपने पति व बच्चों को नींद की गोलियां देने का तरीका भी यहीं से सीखा।
10 जुलाई को सुबह करीब 9 बजे, सुरेश अपने घर के बाहर चबूतरे पर मोबाइल देख रहा था, तभी मनोज ने तमंचे से उसके सीने में दो गोलियां दाग दीं, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हत्या के बाद मनोज खुद तमंचा लेकर थाने पहुंचा और आत्मसमर्पण कर दिया। उसने पुलिस को बताया कि बीना के कहने पर उसने यह कदम उठाया, और तमंचा भी बीना ने ही मुहैया कराया था। पुलिस ने बीना को भी गिरफ्तार कर लिया, और दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। शुक्रवार, 11 जुलाई को दोनों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया।
पुलिस पूछताछ में खुलासा:
पुलिस अधीक्षक (देहात) अमृत जैन ने बताया कि बीना ने पूछताछ में स्वीकार किया कि वह मनोज, जो उससे 6 साल छोटा है, के प्यार में इस कदर अंधी थी कि उसे अपने पति और बच्चों की कोई परवाह नहीं थी। उसने क्राइम पेट्रोल के शॉट्स से प्रेरणा लेकर हत्या की योजना बनाई। पहले उसने पति को नींद की गोलियां देकर गला दबाने की कोशिश की, लेकिन बच्चों के पास सोने के कारण यह योजना विफल रही। इसके बाद बीना ने मनोज को अवैध तमंचा दिलवाया और सुरेश को घर से बाहर भेजकर उसकी हत्या करवा दी। घटना के समय बीना ने मनोज को उकसाते हुए कहा, “इतनी गोली मार कि बचने न पाए।”
प्रेम प्रसंग का इतिहास:
बीना और सुरेश की शादी 12-14 साल पहले हुई थी, और उनके तीन बच्चे (10 वर्षीय नीतेश, 8 वर्षीय पुनीत, और 6 वर्षीय रोशनी) हैं। सुरेश दिल्ली में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करता था और हर हफ्ते या 10 दिन में घर आता था। पिछले 8-10 सालों से बीना का पड़ोस में किराने की दुकान चलाने वाले मनोज के साथ अवैध संबंध था। गांव में कई बार पंचायत हुई, और दोनों को अलग रहने का आदेश दिया गया, लेकिन बीना ने रिश्ता नहीं तोड़ा। वह अक्सर पति और बच्चों को नींद की गोलियां देकर सुला देती थी ताकि मनोज से मिल सके।
बच्चों और परिवार की प्रतिक्रिया:
सुरेश की हत्या के बाद उसके तीनों बच्चों ने थाने पहुंचकर अपनी मां के खिलाफ बयान दिया और कहा, “मां को जेल भेज दो।” उन्होंने बताया कि बीना अक्सर उन्हें और पिता को नींद की गोलियां देती थी। बीना के मायके वालों ने भी उसका साथ छोड़ दिया, और उसके भाई ने पुलिस को सूचना देने पर आने से इनकार कर दिया। बच्चों ने मां से कहा, “तुम पापा की नहीं हुईं तो हमारी भी नहीं हो सकती,” और उसकी फांसी की मांग की।
पुलिस और कानूनी कार्रवाई:
मृतक के भाई विजय की तहरीर पर बीना और मनोज के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 103 (हत्या) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। विजय ने भी मनोज पर गोली चलाने की कोशिश की थी, जिससे वह घायल हो गया। पुलिस ने फॉरेंसिक साक्ष्य जुटाए, और मामले की गहन जांच जारी है। एसपी अमृत जैन ने कहा कि बीना के खुलासों को केस डायरी में दर्ज किया जाएगा ताकि कोर्ट में मजबूत साक्ष्य पेश किए जा सकें।