
इस्लामाबाद। भारत को पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री बनने जा रहे इमरान खान की कश्मीर समेत सभी मुद्दे को हल करने के लिए वार्ता की पेशकश पर ध्यान देना चाहिए। समाचार पत्र डॉन ने एक संपादकीय में पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ के प्रमुख की सराहना की है। इमरान ने गुरुवार को अपने विजयी चुनावी भाषण में नई संघीय सरकार बनाने के लिए गठबंधन का प्रयास किया और अपना शांति संदेश भी पहुंचाया।
क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान ने कहा कि उनकी सरकार भारत के साथ अच्छे संबंध स्थापित करेगी और कश्मीर जैसे मुख्य मुद्दे समेत सभी विवादों को हल करने के लिए एक मंच पर दोनों देशों के नेताओं को साथ आते हुए देखना चाहेगी।
दैनिक ने कहा, “इस शांति टिप्पणी ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय ध्यान अपनी ओर आकíषत किया है।”
समाचार पत्र डॉन ने कहा, “क्षेत्रीय व्यापार को गरीबी के खिलाफ लड़ाई से जोड़ने वाला खान का मूल्यांकन स्पष्ट रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि वह इसके लिए पाकिस्तान और भारत को एक दूसरे पर आरोप लगाने की आलोचना करते रहे हैं। भारत को कश्मीर विवाद सहित सभी मुद्दों को हल करने के लिए खान के प्रस्ताव पर ध्यान देना चाहिए।
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अखबार ने कहा, “पारस्परिक आधार पर भारत के साथ रिश्ते को बेहतर बनाने की प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए ही खान राष्ट्रीय राजनीति की मुख्यधारा में आए हैं।”
दैनिक ने हालांकि भारतीय सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इस्लामाबाद नई दिल्ली के साथ रिश्तों को बेहतर बनाने की ओर प्रयास कर रहा है जबकि भारतीय पक्ष की ओर से कोई ठोस कदम सामने आता नहीं दिख रहा है।