India Cleanest City Ranking 2021 : पांचवीं बार इंदौर बना देश का सबसे साफ शहर, जानें क्या है आपके शहर की रैंकिंग

भारत के इन राज्यों और शहरों ने सभी लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है। बीते हफ्ते राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने स्वच्छ सर्वेक्षण अवार्ड दिये, जिसमें सबसे साफ शहर का अवार्ड इंदौर की झोली में गिरा और छत्तीसगढ़ को सबसे साफ राज्य का अवार्ड मिला। लगातार पांचवीं बार इंदौर ने अपना यह स्थान बरकरार रखा है। भारत के टॉप-5 शहरों में अन्य सबसे स्वच्छ शहर हैं – सूरत (2), विजयवाड़ा (3), नवी मुंबई (4), और नई दिल्ली का एनडीएमसी (5) इलाका।

दूसरी तरफ, महाराष्ट्र के वीटा शहर को एक लाख से कम आबादी वाले सबसे स्वच्छ शहर का दर्जा मिला है, इसके बाद लोनावाला और सासवद आते हैं। स्वच्छ राज्यों के मामले में स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2021 की सबसे स्वच्छ राज्यों की गिनती में दूसरा स्थान महाराष्ट्र को मिला है, इसके बाद मध्य प्रदेश (3), गुजरात (4) और आंध्र प्रदेश (5) आतें है। इन राज्यों में 100 से ज्यादा शहरी स्थानीय निकाय हैं।100 से कम शहरी स्थानीय निकायों वाले राज्यों की श्रेणी में झारखंड ने पहला स्थान पाया है, उसके बाद हरियाणा और गोवा का स्थान है।

सूरत को जिले के अनुसार सबसे स्वच्छ जिले का दर्जा मिला, उसके बाद इंदौर और नई दिल्ली का स्थान रहा। सबसे स्वच्छ गंगा शहर वाराणसी को घोषित किया गया। जिसके बाद बिहार के मुंगेर और पटना को दूसरा और तीसरा स्थान मिला। देश की सबसे स्वच्छ छावनी होने के लिए गुजरात के अहमदाबाद को स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

कचरा मुक्त शहर श्रेणी के तहत नोएडा ने दो पुरस्कार प्राप्त किए और 3-10 लाख आबादी की श्रेणी में देश के सबसे स्वच्छ मध्यम शहर के रूप में सामने आया। नई दिल्ली नगर निगम 1-3 लाख की आबादी वाले देश के सबसे स्वच्छ छोटे शहर की श्रेणी में पहले स्थान पर मौजूद है, जबकि देश के सबसे तेज चलने वाले छोटे शहर का खिताब मध्य प्रदेश के होशंगवाड़ ने हासिल किया है।

स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) की विभिन्न पहलों के तहत राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा कस्बों / शहरों द्वारा स्वच्छता के लिए किए गए अच्छे कार्यों को मान्यता देने के लिए इस पुरस्कार समारोह का आयोजन हुआ था।

दिल्ली के विज्ञान भवन में राष्ट्रपति कोविंद ने केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी और अन्य की उपस्थिति में पुरस्कार प्रदान किया। आवास मंत्रालय के मुताबिक, सर्वेक्षण के लिए 28 दिनों में 4,320 शहरों को कवर किया गया।

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