योगी 2.0 में अपराधियों की अब खैर नहीं, थानों पर Top Ten Criminal को किया जाएगा चिन्हित

दिलीप कुमार

उत्तर प्रदेश में योगी 2.0 की सरकार आते ही सभी विभाग सख्त दिखाई दे रहे हैं। आए दिन किसी न किसी विभाग को ठोस कदम और सख्त निर्णय लेते देखा जा रहा है। प्रदेश के आला अधिकारियों का हरकत में आने के दो कारण हैं।

पहला योगी के मिजाज को महसूस किया जा रहा है। दूसरा खुद सीएम योगी ने अपराधियों के खिलाफ अभियान शुरू कर दिया है। इस अभियान में सबसे पहले निशाने पर हैं नाबालिग बच्चों और महिलाओं पर बुरी नजर रखने वाले अपराधी।

उन अपराधियों के खिलाफ चल रहे इस अभियान की जानकारी लेने के लिए एसीएस होम अवनीश अवस्थी ने पुलिस और अभियोजन विभाग के अधिकारियों के साथ एक बैठक आयोजित कर प्रदेश के सभी जनपदों में पिछले एक सप्ताह के दौरान हुई कार्रवाई की समीक्षा की।

समीक्षा में स्पष्ट तौर पर पता चला है कि माफिया, गैंगस्टर के साथ ही महिला उत्पीड़न, अवैध शस्त्र और जहरीली शराब से संबंधित मामलों में ताबड़तोड़ 121 अपराधियों को सजा दिलाई गई।

एसीएस होम ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि प्रदेश के हर थाने में टॉप 10 अपराधियों को चिन्हित कर उनपर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। अगर कोई भी अपराध घटित होता है तो थाना प्रभारी और उससे संबंधित पुलिस अधिकारी की जिम्मेदारी तय की जाए।

समीक्षा बैठक में अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि बीते एक सप्ताह में पॉक्सो एक्ट की कोर्ट में 48 मामलों में सजा दिलाई गई। बैठक में प्रमुख सचिव न्याय प्रमोद श्रीवास्तव, डीजीपी मुकुल गोयल, एडीजी अभियोजन आशुतोष पांडेय, एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार, एडीजी महिला एवं बाल सुरक्षा नीरा रावत, एडीजी क्राइम केएसपी कुमार समेत अन्य कई अधिकारी मौजूद थे।

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