IMD ने जारी किया हाई अलर्ट, पश्चिमी विक्षोभ से बिगड़ेगा मौसम

देश के कई जगहों पर सर्दियां काफी बढ़ गई है और ऐसे में उत्तरी क्षेत्रों, जम्मू और कश्मीर और लद्दाख को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इतना ही नहीं जल्द होने वाली बारिश इन जगहों की मुसीबते बढ़ा सकती है। बताया जा रहा है कि एक के बाद एक पश्चिमी विक्षोभ के कारण यह क्षेत्र प्रभावित हो रहे हैं और इसी वजह से उत्तरी राज्यों में पहली सर्दियों की बारिश भी जल्द आएगी।

वहीं, बुधवार से गुरुवार तक कर्नाटक के पश्चिम में एक चक्रवाती परिसंचरण, गुजरात और महाराष्ट्र के तट पर भारी से बहुत भारी बारिश करता हुआ उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ेगा, जिसका सबसे ज्यादा असर बुधवार को देखने को मिलेगा। 100-120 मिमी वर्षा संचय की उम्मीद लगाई जा रही है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गुजरात, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा के लिए आरेंज अलर्ट जारी कर दिए है जिसका मतलब है कि लोगों को भारी बारिश, आंधी और तेज हवाओं के लिए ‘तैयार’ रहने की चेतावनी दी गई है।

अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भी आरेंज अलर्ट जारी हो गया है। यह इसलिए हुआ क्योंकि अंडमान सागर के मध्य भागों पर एक कम दबाव का क्षेत्र बुधवार से गुरुवार तक अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में 100-150 मिमी की कुल वर्षा के साथ अत्यधिक भारी बारिश करेगा। कम दबाव के इस क्षेत्र की गुरुवार तक डिप्रेशन में तब्दील होने की पूरी संभावना है। यह बंगाल की खाड़ी के ऊपर पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ते हुआ शुक्रवार तक एक चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा और शनिवार को सुबह लगभग उत्तरी आंध्र प्रदेश-ओडिशा के तटों के पास पहुंच जाएगा।

संभावित चक्रवाती तूफान की वजह से भयंकर बारिश होने की संभावना है। सप्ताह के अंत में आंध्र प्रदेश, ओडिशा से लेकर गंगीय पश्चिम बंगाल तक फैले तट पर कुल 150-200 मिमी बारिश होने की आशंका है। इस सप्ताह के अंत में आंध्र प्रदेश ओडिशा के तटों पर 60-70 किमी / घंटा की रफ्तार से हवा के झोंके चलते नजर आ सकते हैं।

इस दौरान गुरुवार को एक पश्चिमी विक्षोभ हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में भारी बारिश, बर्फबारी करेगा। एक और पश्चिमी विक्षोभ इन क्षेत्रों को सप्ताह के अंत में प्रभावित करेगा।

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