जौनपुर में भीषण सड़क हादसा: बृजेश की पत्नी और बेटी सहित पांच की मौत, ये वजह बनी हादसे का कारण

जौनपुर जिले के खेतासराय थाना क्षेत्र में मंगलवार, 12 अगस्त की देर रात गुरैनी बाजार के पास पेट्रोल पंप से 200 मीटर दूर एक रोडवेज बस और ट्रक की आमने-सामने टक्कर में पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि 17 लोग घायल हो गए। इस दर्दनाक हादसे ने निजामपुर गांव के बृजेश विश्वकर्मा के परिवार को तहस-नहस कर दिया।

बृजेश अपनी 26 वर्षीय पत्नी पूनम और दो वर्षीय बेटी प्रियल उर्फ परी को लेकर वाराणसी में इलाज के लिए गए थे, जहां प्रियल को नियमित रूप से खून चढ़वाया जाता था। लौटते समय इस हादसे में पूनम और प्रियल की मौत हो गई, जबकि बृजेश गंभीर रूप से घायल हैं और जिंदगी-मौत से जंग लड़ रहे हैं।

हादसे का विवरण

हादसा रात करीब 10:30 बजे हुआ, जब जौनपुर डिपो की रोडवेज बस वाराणसी से शाहगंज जा रही थी। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि बस चालक ने ओवरटेकिंग के दौरान गलत दिशा में बस चलाई और एक बाइक सवार को टक्कर मारकर भागने की कोशिश में सामने से आ रहे ट्रक से जा भिड़ा। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बस का अगला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया, और मौके पर चीख-पुकार मच गई।

मृतकों की पहचान निम्नलिखित रूप से हुई:

  • पूनम विश्वकर्मा (26), निजामपुर, शाहगंज, जौनपुर
  • प्रियल उर्फ परी (2), पूनम की बेटी, निजामपुर
  • गेना देवी (56), गोधना, पवई, आजमगढ़
  • देवी प्रसाद (32), पटैला, खुटहन, जौनपुर
  • रतनलाल (54), खलौतीपुर, खेतासराय, जौनपुर

पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई

घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय लोग और पुलिस मौके पर पहुंचे। घायलों को तत्काल स्थानीय निजी अस्पतालों और जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। छह गंभीर घायलों में से एक को वाराणसी ट्रॉमा सेंटर रेफर किया गया। जिला अस्पताल में जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र और पुलिस अधीक्षक डॉ. कौस्तुभ ने घायलों का हालचाल लिया और बेहतर इलाज के निर्देश दिए।

पूनम के ससुर प्यारेलाल विश्वकर्मा की तहरीर पर खेतासराय पुलिस ने अज्ञात बस चालक के खिलाफ भारतीय नवीन संहिता (बीएनएस) की धारा 281 (लापरवाही से वाहन चलाना), 105 (गैर इरादतन हत्या), और 106(1) (लापरवाही से चोट पहुंचाना) के तहत मुकदमा दर्ज किया है। थानाध्यक्ष राम आसरे राय ने बताया कि बस में करीब 30 यात्री सवार थे। पुलिस ने शवों का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा और हादसे की गहन जांच शुरू कर दी है।

बृजेश और उनके परिवार की त्रासदी

निजामपुर निवासी बृजेश विश्वकर्मा मुंबई में फर्नीचर कारीगर के रूप में काम करते हैं। उनकी बेटी प्रियल को गंभीर बीमारी के कारण हर महीने वाराणसी के एक अस्पताल में खून चढ़वाने की जरूरत थी। मंगलवार को पूनम और प्रियल के साथ वह इलाज कराकर लौट रहे थे, जब यह हादसा हुआ। पूनम और प्रियल की मौत से परिवार में कोहराम मच गया, और बृजेश की हालत नाजुक बनी हुई है।

अन्य मृतकों की कहानी

  • देवी प्रसाद: खुटहन के पटैला गांव निवासी 32 वर्षीय देवी प्रसाद अपने माता-पिता की इकलौती संतान थे। उनकी मौत से पत्नी रोशनी और तीन बच्चों का सहारा छिन गया।
  • रतनलाल: खलौतीपुर निवासी 54 वर्षीय रतनलाल एक मिष्ठान भंडार में हलवाई थे और परिवार का भरण-पोषण करते थे। वह वाराणसी में भर्ती रिश्तेदार से मिलने गए थे। उनकी मौत से पत्नी प्रमिला और बच्चों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।
  • गेना देवी: आजमगढ़ के पवई निवासी 56 वर्षीय गेना देवी की भी इस हादसे में जान चली गई।
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