Health Tips: शरीर का वजन नहीं बढ़ने देता है गुड कार्बोहाइड्रेट, इस तरह करें डायट में इस्तेमाल

कार्बोहाइड्रेट वसा से युक्त होता है। इसलिए जो लोग मोटे होते हैं उनके लिए वह लोग कार्बोहाइड्रेट का सेवन करने से बचते हैं। लेकिन यह हमारे शरीर के लिए बहुत ही आवश्यक होता है। शरीर में पर्याप्त मात्रा में ब्लड ग्लूकोज ना होने के कारण शरीर में स्टोर ग्लाइकोजेन भी कम हो जाता है। हमारे शरीर में कर्बोहाइड्रेट की कमी से कई सारी परेशानियां हो सकती है।

ऐसिडोसिस

जब भी आपके शरीर को ऊर्जा की जरूरत होती है तो हमारे लिए यही कार्बोहाइड्रेट ही काम आता है। ग्लाइकोलाइसिस लिपोलाइसिस और केटोजेनेसिस की ओर से शिफ्ट हो जाता है। यह हमारे शरीर को मजबूती देता है। इससे शरीर की रक्त धमनियों के रक्त का पीएच मान बदल जाता है।

हाइपोग्लाइसेमिया

कार्बोहाइड्रेट के अभाव में ग्लूकोज की अनुपलब्धता हो जाती है जिससे कि ब्लड शुगर का स्तर गिर जाता है। ऐसे में हाइपोग्लाइसेमिया होने का खतरा बढ़ जाता है, जिसकी वजह से चक्कर, थकान,तनाव और भ्रम की स्थिति पैदा हो जाती है। वजन का असामान्य रूप से कम हो जाना फैट और मसल मास के अभाव में निर्बलता आ जाती है और वजन अचानक ही कम हो जाता है।

इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है : शरीर से तरल का तेजी से हृास होता है और विटामिन सी के कम होने की दर तेज हो जाती है। लगातार डिहाइड्रेशन की स्थिति में इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है और इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है।

कब्जियत : कार्बोहाइड्रेट युक्त खाद्य पदार्थों में डाइटरी फाइबर महत्वपूर्ण तत्व होते हैं। इसके अभाव में कब्जियत की समस्या हो सकती है।

मूड स्विंग : भोजन में कार्बोहाइड्रेट की कमी से ब्रेन सेरोटोनिन को नियंत्रित करना बंद कर देते हैं और सेरोटोनिन की कमी से मूड स्विंग और डिप्रेशन की समस्या हो सकती है।

कार्बोहाइड्रेट

कुछ खाद्य पदार्थों में प्राकृतिक रूप से कार्बोहाइड्रेट मौजूद होता है, जो इसकी कमी की पूर्ति करता है, जो इस प्रकार हैं: कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अगर आप क्रीम या चीज खाने से पूरी करते हैं तो आपका वजन तेजी से बढ़ेगा। लेकिन आपको जरूरत है गुड फैट की जो आपके शरीर के लिए भी फायदा पहुंचाए साथ ही आपका वजन भी नियंत्रण रखें। कुछ खाद्य पदार्थ में कार्बोहाइड्रेड का अच्छा माध्यम होता है।

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