मेरठ जिले के कस्बा हर्रा में को एक दुखद घटना ने पूरे गांव को झकझोर दिया। 30 वर्षीय गुलफाम पुत्र जब्बार ने हर्रा-पांचली बुजुर्ग संपर्क मार्ग पर एक अमरूद के बाग में पेड़ से फंदे पर लटककर आत्महत्या कर ली।

उनकी पत्नी फातिमा की एक साल पहले बच्ची को जन्म देते समय मौत हो गई थी, और अब उनके पांच छोटे बच्चे अनाथ हो गए हैं। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है, और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
दोपहर करीब 3 बजे, गुलफाम अपने दो बेटों, आहद (8 वर्ष) और अनस (6 वर्ष), के साथ पशुओं के लिए चारा लेने निकले थे। बच्चों ने पुलिस को बताया कि उनके पिता ने उन्हें बाग में छोड़कर पानी पीने की बात कही और चले गए। काफी देर तक वापस न लौटने पर बच्चे उनकी तलाश में निकले। नलकूप के पास हामिद के खेत में अमरूद के पेड़ पर गुलफाम का शव फंदे से लटका हुआ मिला। बच्चों ने शोर मचाया, जिसके बाद पास के खेतों में काम कर रहे ग्रामीण मौके पर पहुंचे।
ग्रामीणों ने तुरंत परिजनों और पुलिस को सूचना दी। पुलिस के पहुंचने से पहले परिजनों ने शव को पेड़ से उतारकर घर ले गए। सरधना थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमॉर्टम के लिए भेजने की बात कही। शुरुआत में परिजनों ने पोस्टमॉर्टम से इनकार कर दिया, लेकिन सीओ सरधना संजय कुमार जायसवाल के समझाने पर वे सहमत हो गए।
पुलिस की जांच:
सीओ संजय कुमार जायसवाल ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह आत्महत्या का मामला प्रतीत होता है। आत्महत्या का कारण अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन परिजनों के अनुसार, गुलफाम पत्नी की मौत के बाद से तनाव में थे। पुलिस ने तहरीर और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की जांच शुरू कर दी है। घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला।
परिवार की स्थिति:
परिजनों के अनुसार, गुलफाम पांच भाइयों में सबसे छोटा था। उसके पांच बच्चे हैं: आहद (8 वर्ष), अनस (6 वर्ष), जिया (4 वर्ष), कासिफा (3 वर्ष), और अलशिफा (1 वर्ष)। एक साल पहले, गुलफाम की पत्नी फातिमा की सबसे छोटी बेटी अलशिफा के जन्म के दौरान मौत हो गई थी। पत्नी की मृत्यु के बाद गुलफाम पर पांच बच्चों की परवरिश की जिम्मेदारी थी, जिसके कारण वह मानसिक तनाव में रहता था। अब बच्चों के सिर से माता-पिता दोनों का साया उठ गया है।