10 दिन काटे थाने के चक्कर, कुछ नहीं हुआ तो फांसी लगाई
लखनऊ। योगी सरकार भले ही भले ही सख्ती की बाते करें लेकिन उनकी पुलिस की लापरवाही से अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। एक परिवार 10 दिन तक थाने के चक्कर काटता रहा लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे आहत होकर छेड़खानी से परेशान छात्रा ने खुदकुशी कर ली।
बताया जा रहा है कि बांदा जिले के अतर्रा थाना क्षेत्र में स्नातक की छात्रा एक बदमाश द्वारा लगातार उसका पीछा किए जाने से परेशान थी। इसकी शिकायत पर जब पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की तो उसने मौत को गले लगाना बेहतर समझा।
इस पूरे मामले पर 21 वर्ष की युवती के पिता ने आरोप लगाया कि वह दस दिनों तक अपनी बेटी के साथ छेड़खानी की शिकायत करने के लिए थाने के चक्कर काटते रहे, लेकिन किसी ने भी उनकी बात नहीं सुनी।
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मृतक के पिता का कहना है कि, ‘पिछले 10 दिनों से हम लोग पुलिस में इस मामले की शिकायत दर्ज कराने की कोशिश में लगे रहे, हम एक पुलिस थाने से दूसरे पुलिस थाने चक्कर लगाते रहे लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ, किसी ने हमारी नहीं सुनीं।’
शिकायत के बाद भी पुलिस ने कुछ नहीं हुआ। बदमाश इस छात्रा का पीछा करते रहे और हारकर इस छात्रा ने अपने घर में ही खुद को फांसी के फंदे लटका लिया।
पुलिस का कहना है कि मृतक छात्रा के पिता की शिकायत पर तीन युवकों के खिलाफ छेड़खानी और आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस का कहना है कि एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
UP: Girl commits suicide after being allegedly harassed and stalked by a man in Banda. Police begin investigation pic.twitter.com/kb7oJz6Cve
— ANI UP (@ANINewsUP) December 15, 2017
आपको बता दें कि आज (16 दिसंबर) देश को झकझोर देने वाले निर्भया कांड की पांचवी बरसी है। इस दिल दहला देने वाले हादसे के बाद देश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कई कानून बने और पुलिस को भी महिलाओं से संबंधित अपराध पर कार्रवाई करने के लिए सख्त निर्देश दिए गए थे।
लेकिन निर्भया कांड के पांच साल बाद भी ऐसा लगता है कि हालत जस के तस बने हुए है। ना तो महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों की संख्या में कोई कमी आई है और ना ही पुलिस के तौर तरीकों में कोई बदलाव हुआ है।