
दिल्ली-एनसीआर में गुरुवार सुबह एक बार फिर बारिश के साथ दिन की शुरुआत हुई। कई इलाकों में सुबह से बारिश जारी है, जिसने यमुना नदी के उफान को और बढ़ा दिया है। यमुना के बढ़ते जलस्तर के कारण निचले इलाकों जैसे यमुना बाजार, मजनू का टीला, मयूर विहार, गीता कॉलोनी और झरोड़ा कलां में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं।

इन क्षेत्रों में पानी घरों, दुकानों और सड़कों पर घुस गया है, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। मौसम विभाग ने सितंबर महीने में भी भारी बारिश की संभावना जताई है, जिसके चलते उड़ानें प्रभावित हो रही हैं और स्थिति और गंभीर होने की आशंका है।
DMRC का अलर्ट: यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन का रास्ता दुर्गम
यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर 207.33 मीटर तक पहुंच गया है, जो 2013 के बाद तीसरा सबसे ऊंचा स्तर है। इसके चलते यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन तक जाने वाला संपर्क मार्ग जलमग्न हो गया है, जिसे दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) ने वर्तमान में दुर्गम घोषित किया है। DMRC ने बताया कि स्टेशन चालू है और इंटरचेंज सुविधा उपलब्ध है, लेकिन यात्रियों से वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करने की सलाह दी गई है।
यमुना बाजार में निजी अस्पताल खाली, निगम बोध घाट पर अंतिम संस्कार रुके
यमुना किनारे के इलाकों में बाढ़ की स्थिति गंभीर है। यमुना बाजार में एक निजी अस्पताल को खाली करा लिया गया है, जहां अब कोई मरीज नहीं है। बाढ़ के पानी ने नालों को भी जाम कर दिया है, जिससे कश्मीरी गेट से निगम बोध घाट की ओर जाने वाले रास्ते पर पानी जमा हो गया है। दिल्ली के सबसे बड़े श्मशान घाट, निगम बोध घाट पर बाढ़ का पानी घुसने से अंतिम संस्कार के कार्य भी रोक दिए गए हैं। शवों को पंचकुइयां श्मशान घाट पर भेजा जा रहा है।
बचाव और राहत कार्य तेज, हजारों लोग विस्थापित
यमुना के उफान के कारण 12,000 से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं। रिंग रोड, बेला रोड, सोनिया विहार, सिविल लाइन्स और यमुना बाजार जैसे क्षेत्रों में बाढ़ का पानी घुसने से हालात और बिगड़ गए हैं। एनडीआरएफ ने यमुना खादर, मयूर विहार और अन्य प्रभावित क्षेत्रों में 38 राहत शिविर स्थापित किए हैं, जहां लोगों को अस्थायी आश्रय और भोजन प्रदान किया जा रहा है। हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से 1.65 लाख क्यूसेक, वजीराबाद से 1.76 लाख क्यूसेक और ओखला बैराज से 2.09 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जिसने दिल्ली में बाढ़ की स्थिति को और गंभीर कर दिया है।
प्रशासन सतर्क, राहत कार्य युद्धस्तर पर
दिल्ली सरकार ने पुराने रेलवे पुल पर यातायात बंद कर दिया है और निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम शुरू किया है। दिल्ली के सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण मंत्री परवेश वर्मा ने स्थिति की समीक्षा की और 58 नावों, 675 लाइफ जैकेट्स और 82 मोबाइल पंपों के साथ युद्धस्तर पर तैयारियां शुरू की हैं। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने लोगों से घबराने की बजाय प्रशासन का सहयोग करने की अपील की है।
आने वाले दिनों में और बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने दिल्ली-एनसीआर में 6 सितंबर को मध्यम बारिश और गरज के साथ बौछारों की भविष्यवाणी की है। हालांकि, उत्तराखंड में बारिश कम होने की उम्मीद है, जिससे यमुना में पानी का प्रवाह कुछ कम हो सकता है। फिर भी, प्रशासन ने सभी संबंधित एजेंसियों को सतर्क रहने और बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए हैं।