अर्थव्यवस्था के ‘पंच प्राण’ बनेंगे यूपी के पांच शहर, राजधानी लखनऊ सहित इन शहरों का हुआ चयन
योगी सरकार प्रदेश के पांच शहरों को अर्थव्यवस्था का ‘पंच प्राण’ बनाने जा रही है। इसके लिए कानपुर, लखनऊ, नोएडा, वाराणसी और प्रयागराज का चयन किया गया है, जीआईएस-23 के लिए विश्व के प्रमुख देशों में होने वाले रोड शो के दौरान सरकार ने इन शहरों की ब्रांडिंग करेगी।
रोबोटिक्स एवं ड्रोन सिटी कानपुर
आईआईटी कानपुर में मौजूद सेंटर ऑफ एक्सीलेंस को देखते हुए इस शहर को रोबोटिक्स व ड्रोन सिटी के रूप विकसित किया जाएगा। जर्मनी की केआईओएन समूह, जापान की सिकों एप्सों. भारत की जेन टेक, पारस डिफेंस, बीईएल, डीसीएम श्रीराम और रतन इंडिया इंटरप्राइजेज सहित अन्य कंपनियों को कानपुर में निवेश के लिए आमंत्रित किया जाएगा।
लखनऊ को बनाएंगे एआई सिटी
लखनऊ को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई सिटी) सिटी के रूप में विकसित करने की योजना है। टीयर-2 शहरों में लखनऊ का इन्फ्रास्ट्रक्चर काफी अच्छा है। लिहाजा शहर में एआई पार्क विकसित किया जाएगा। जीआईएस में आने के लिए इंटेल, बॉश और केल्टन टेक जैसी कई कंपनियों को सरकार निमंत्रण भेज रही है।
नोएडा बनेगा आईटी व आईटीईएस सिटी का वैश्विक हब
नोएडा में वर्तमान में आईटी व आईटीईएस सेक्टर की कंपनियों की 135 इकाइयां है। सरकार ने नोएडा को आईटी व आईटीईएस सिटी के तौर पर विकसित करने के लिए जीआईएस के माध्यम से जेनपैक्ट लि., एजिस लि., ओरेकल कॉर्पोरेशन और एप्पल जैसी बड़ी कंपनियों को निवेश करने के लिए आकर्षित करेगी। आईटी एवं आईटीईएस में निवेश के लक्ष्य को बढ़ाकर 74 बिलियन अमेरिकी डॉलर किया गया है।
वाराणसी और प्रयागराज को बनाएंगे ईआर एंड डी सिटी
आईआईटी बीएचयू, एमएनआईटी व ट्रिपल आईटी प्रयागराज से हर साल सैकड़ों छात्र ग्रेजुएट होते हैं। वाराणसी व प्रयागराज जिले को इंजीनियरिंग रिसर्च एंड डेवलेपमेंट सिटी के रूप में विकसित करने के लिए वहां बड़े संस्थान स्थापित किए जाएंगे। इसके लिए सरकार एल एंड टी और टाटा एलेक्सी सहित कई बड़ी कंपनियों को निवेश के लिए आमंत्रित कर रही है।