

कहते हैं एक औरत का दर्द एक औरत ही समझ सकती है, लेकिन झारखंड के एर रिटायर्ड आईएएस अधिकारी की पत्नी और भाजपा नेत्री घर पर काम करने वाली मेड पर इतने जुल्म किए हैं जिसे जानकर आप हैरान हो जाएंगे। भाजपा नेत्री सीमा पात्रा ने घर में काम करने वाली मेड सुनीता पर बेहिसाब जुल्म किये हैं। सुनीता के शरीर पर दर्जनों जख्म हैं। गरम तवे से जगह-जगह दागा गया है। इतना ही नहीं और हैवानियत दिखाते हुए लोहे के रॉड से उसके आगे के तीन-चार दांत तोड़ दिये गये। कमरे में बंद करके रखी गई सुनीता का खाना-पानी तक बंद कर दिया गया था। उसकी हालत इतनी ख़राब हो गई की वह खुद से खड़ी तक नहीं हो पा रही और न ही जुबां से ठीक से आवाज नहीं निकल रही। रांची के रिम्स में उसका इलाज चल रहा है। झारखंड सरकार के कार्मिक विभाग के एक अफसर की सूचना पर रांची पुलिस ने उसे 22 अगस्त को ही भाजपा नेत्री के रांची के अशोकनगर स्थित आवास से मुक्त कराया था, लेकिन उन्हें अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है।

आदिवासी समुदाय से आने वाली सुनीता करीब दस साल पहले वह रिटायर्ड आईएएस महेश्वर पात्रा और भाजपा नेत्री सीमा पात्रा के घर मेड के तौर पर काम करने के लिए लाई गई थी। बाद में वह दिल्ली में रहनेवाली उनकी पुत्री वत्सला पात्रा के साथ भेज दी गई। दिल्ली से उनके तबादले के बाद सुनीता वापस रांची सीमा पात्रा के घर आई। यहां काम करते हुए उसे हमेशा प्रताड़ित किया जाता रहा। उसने घर जाने की इजाजत मांगी तो पिटाई करते हुए उसे कमरे में बंद कर दिया गया। बात-बात पर पिटाई आम हो गई। दर्जनों बार उसे गरम तवे से दागा गया। जिस कमरे में सुनीता को बंद किया गया, वहीं उसका बेडरूम और बाथरूम था। लगातार पिटाई से वह इस तरह अशक्त हो गयी थी कि फर्श पर घिसट-घिसट कर चलती थी। अगर गलती से सुनीता का पेशाब कमरे से बाहर चला जाता तो उसे अपने मुंह से उसे चाट कर साफ करना पड़ता था। घिसट-घिसट कर किसी तरह उसे यह भी करने को मजबूर किया गया।
सुनीता पर हो रहे जुल्म की जानकारी कार्मिक विभाग के अफसर विवेक बास्की को किसी तरह मिली तो उन्होंने डीसी राहुल कुमार सिन्हा के बाद शिकायत की। इसके बाद मैजिस्ट्रेट की मौजूदगी में सुनीता को मुक्त कराया गया। विवेक बास्की की शिकायत पर ही रांची के अरगोड़ा थाने में आईपीसी की धारा 323, 325, 346, 374 और एस.सी.-एस.टी एक्ट 1989 के सेक्शंस के तहत एफआईआर दर्ज की गयी है। अरगोड़ा थाना प्रभारी का कहना है कि सुनीता की स्थिति सुधरने पर धारा 164 के तहत अदालत में उसका बयान दर्ज कराया जायेगा।
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शिकायत में यह भी बताया गया है कि सीमा पात्रा के पुत्र आयुष्मान ने मेड सुनीता के साथ हो रहे जुल्म का विरोध किया था और मां से बहस की थी तो उसे मानसिक रोगी करार देते हुए रांची स्थित मानसिक आरोग्यशाला रिनपास में भर्ती करा दिया गया है। आयुष्मान अभी भी रिनपास में हैं। इधर, सुनीता ने एक व्यक्ति द्वारा रिकॉर्ड किये गये वीडियो में अपने ऊपर हुए अत्याचार की ये दास्तां सिसक-सिसक कर बताई है।