संभल हिंसा: पुलिस का एक्शन, सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क पर FIR, हिंसा भड़काने का आरोप..

जियार्उरहमान बर्क के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। संभल के समाजवादी पार्टी सांसद बर्क ने विवादित बयान देते हुए पुलिस और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाया है।

उत्तर प्रदेश के संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसा भड़काने वालों पर पुलिस ने कड़ा एक्शन लेना शुरू कर दिया है. इस हिंसा में लिप्त उपद्रवियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने रात भर पूरे इलाके में छापेमारी की , तो वहीं अब समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और स्थानीय विधायक के बेटे सोहेल इकबाल के खिलाफ भी केस दर्ज किया है. सपा सांसद जियाउर्रहमान पर आरोप है कि उन्होंने ही सुनियोजित तरीके से इस हिंसा को भड़काया और इसे और इसे उग्र रूप दिया ,इसके लिए सपा सांसद ने मस्जिद के बाहर भीड़ को इकट्ठा किया और फिर उसे उकसाया, जिसके बाद इतने बड़े स्तर पर हिंसा हुई.

800 लोगों के खिलाफ केस दर्ज
एसपी ने कहा कानून को हाथ में लेने वाले के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस हिंसा में कई पुलिसकर्मी गंभीर रूप घायल हुए हैं । हिंसा में लिप्त तकरीबन 800 लोगों के खिलाफ केस लिखा गया है। पूरे जिले में धारा 163 लागू की गई। हिंसा और बवाल करने वाले के मामले में अब तक 25 लोगो की गिरफ़्तारी भी हो चुकी है । CCTV के माध्यम से उपद्रवियों की तलाश की जा रही, पुलिस के अनुसार पथराव वाली जगह पर हथियार भी मिले हैं।

संभल हिंसा में चार लोगों की मौत
इस बड़ी हिंसा में 20 से 25 वर्ष के बीच की उम्र के 4 युवको की मौत हुई है। मृतकों की शिनाख्त मोहल्ला कोट गर्वी निवासी नईम, सरायतरीन निवासी बिलाल और हयातनगर निवासी नोमान के रूप में हुई है। मंडल आयुक्त ने कहा कि इस हिंसा, गोलीबारी और पथराव में कुल 20 लोग जख्मी हुए हैं। वारदात में पुलिस अधीक्षक के जनसंपर्क अधिकारी संजीव कुमार के पैर में गोली लगी है जबकि उप जिलाधिकारी रमेश चंद्र के पैर की हड्डी टूट गई है। इसके अलावा संभल के पुलिस क्षेत्राधिकारी अनुज कुमार को भी गोली के छर्रे लगे हैं।

रासुका के तहत आरोपियों पर होगी कार्रवाई
हिंसा शुरू होते ही आसपास के कई किलोमीटर क्षेत्र में रहने वाले लोग एक बड़ी संख्या में मौके पर पहुंच गए और जबरदस्त पथराव और गोलीबारी शुरू हो गई। पुलिस अधीक्षक ने बताया की भीड़ को उकसाने और हिंसा की साजिश रचने वाले किसी भी शख्स को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। इसके पहले, एक अधिकारी ने बताया कि कुछ लोगों ने सड़क किनारे खड़ी मोटरसाइकिलों में आग लगाने की भी कोशिश की। अधिकारी ने बताया कि हिंसा के आरोपियों पर कठोर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत मामला दर्ज किया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि सर्वेक्षण की योजना सुबह के समय बनाई गई थी ताकि मस्जिद में होने वाली नमाज में व्यवधान न हो, जो आमतौर पर दोपहर में होती है। इस बीच, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अलका शर्मा ने एक आदेश में संभल तहसील में कक्षा 12वीं तक के सभी स्कूल और कॉलेज सोमवार को बंद रखने के निर्देश दिये हैं।

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