वो आदमी जिससे लालू भी नहीं कर सकते ‘गद्दारी’, पहले ही पहुंच चुका है जेल
पटना। चारा घोटाले में दोषी साबित होने के बाद 3.5 साल के लिए सलाखों के पीछे पहुंचे राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की यहां जमकर खातिरदारी हो रही है। लेकिन मामले में सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह है कि लालू की खातिरदारी कोई और नहीं बल्कि उनके सबसे खास रसोइया लक्ष्मण कुमार और सेवक मदन यादव कर रहे हैं।
रांची की बिरसा मुंडा जेल में बंद अपने मालिक लालू प्रसाद यादव की सेवा करने के लिए लक्ष्मण और मदन दोनों ने ही अपने खिलाफ जानबूझकर केस दर्ज करवाया है।
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खबर के मुताबिक 23 दिसम्बर को जैसे ही लालू के जेल जाने की आशंका बनी, तो मदन और लक्ष्मण को जेल पहुँचाने की पूरी व्यस्था कर दी गई। मदन और लक्ष्मण को जेल भेजने के लिए फर्जी मारपीट का मामला दर्ज कराया गया।
इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पहले मामले की शिकायत डोरंडा थाने में दर्ज कराई गई।
लेकिन जब डोरंडा थानाप्रभारी ने इस मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजने से इनकार कर दिया तो फिर लोअर बाजार थाने में धारा 341, 323, 504, 379 और 34 के तहत केस दर्ज कराया गया।
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इसके बाद पहले से पूरी तैयारी कर चुके वकील ने मदन-लक्ष्मण को कोर्ट में सरेंडर कराकर दोपहर दो बजे जेल पहुंचा दिया। इसके बाद लालू भी उसी दिन दिन शाम चार बजे जेल पहुंच गए।
गौरतलब है कि पिछली बार भी जब लालू होटवार जेल में बंद हुए थे, तो मदन उनकी सेवा के लिए जेल पहुंचा था। साथ ही लक्ष्मण और मदन दोनों ही रांची के रहने वाले हैं।
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