प्रिंसिपल की कुर्सी पर बैठकर शराब गटक रहे हैं माननीय, बदल गई शिक्षा प्रणाली?

रिपोर्ट- रामचंद्र सैनी

फतेहपुर। सूबे मुखिया योगी आदित्यनाथ प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों की शिक्षा में सुधार लाने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं। लेकिन स्कूल के शिक्षक सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। और नशे में टल्ली होकर बच्चों को शिक्षा देने पहुँचते है। जिससे गाँव वालों ने बच्चों को स्कूल भेजना बंद कर दिया।

शराबी प्रिंसिपल

फतेहपुर जिले के बहुआ ब्लाक के श्यामखेड़ा विद्यालय के में जहाँ स्कूल के प्रिंसिपल साहब प्राथमिक विद्यालय में ही मयखाना सजाकर बच्चों को शिक्षा देने में लगे हुए हैं। प्रिंसिपल साहब के स्कूल में मयखाने की शिकायत शिक्षक विभाग के अधिकारियो से ग्रामीणों ने शिकायत की।

लेकिन उसमे कोई सुधार नहीं आया, वहीँ आज नशे में धुत्त प्रिंसिपल साहब ने स्कूल की ही शिक्षामित्र के साथ बदसलूकी की। जिसको देख ग्रामीणों ने स्कूल पहुंचकर हंगामा काटना शुरू कर दिया।

हंगामा की सूचना जैसे ही शिक्षा विभाग के अधिकारियों को लगी तो आनन-फानन स्कूल पहुँचकर जाँच में जुट गई। जहाँ प्रिंसिपल साहब ने अपने मयखाने को सजा रखा था। जिसे देख शिक्षा विभाग के अधिकारी कार्यवाही करने की बात कहने लगे।

वहीँ महिला शिक्षामित्र की मानें, तो प्रिंसिपल साहब रोज शराब की बोतल लेकर स्कूल आते है. और यहीं पर शराब पीते हैं और बच्चों से पानी और खाने का सामान मंगवाते है. जिसको देखते हुए बहुत से लोगों ने बच्चो को स्कूल भेजना बंद कर दिया।

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वहीँ इस बारे में सहायक बेसिक शिक्षा अधिकारी से बात की तो उनका कहना था कि ग्रामीणों द्वारा बीएसए साहब से शिकायत की गई थी। जिसकी जाँच कर उन्हें बता दिया गया है। सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि सरकार शिक्षकों को लाखों रुपये वेतन देकर शिक्षा की गुणवक्ता सुरधाने में लगी है।

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लेकिन शिक्षक सरकार पैसों से नशे में टल्ली होकर शिक्षा देने में लगे हुए हैं। जब टल्ली शिक्षक इसी तरह से स्कूल जायेंगे, तो कैसे कोई अपने बच्चों को शिक्षा के मंदिर में भेजेगा यह अपने आप पर बड़ा सवाल है।

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