डेंगू का कहर: 11 साल की बच्ची ने तोड़ा दम, कमिश्नर की गाड़ी के आगे कूदी बेबस बहन

उत्‍तर प्रदेश के फिरोजाबाद में डेंगू, मलेरिया और वायरस बुखार थमने का नाम नहीं ले रहा है। मुख्यमंत्री के दौरों और दिशा-निर्देशों के बावजूद स्वास्थ-व्यवस्थाएं चरमराई नज़र आ रही हैं। ज़िले में अब तक 60 से ज्यादा लोग डेंगू की चपेट में आने से दम तोड़ चुके हैं। इसका सबसे ज़्यादा नुक्सान मासूम बच्चों को उठाना पड़ रहा है। हाल ही में एक मामला सामने आया है जिसमें 11 साल की वैष्णवी की फिरोजाबाद मेडिकल कॉलेज में सही इलाज न मिलने के कारण मौत हो गई। इससे आहत होकर वैष्णवी की बहन निकिता दौरे पर आए कमिश्नर की गाड़ी के आगे लेट गई।

11 वर्षीय वैष्णवी कुशवाहा पिछले 5 दिनों से मेडिकल कॉलेज में डेंगू से लड़ाई लड़ रही थी। लेकिन कल शाम को उसने दम तोड़ दिया। जब उसकी जान जा रही थी, उसी समय कमिश्नर दौरे पर अस्पताल पहुंचे थे। बच्ची के परिजनों ने आरोप लगते हुए कहा कि वैष्णवी को सही इलाज नहीं मिला। अगर मिलता तो शायद उसे बचाया जा सकता था। बहन की मौत का सदमा झेल रही निकिता कुशवाहा को कमिश्नर की गाड़ी के आगे लेट जाना ही सही लगा होगा। वहीं, अस्पताल प्रभारी संगीता अनेजा का कहना है कि बच्ची की हालत बेहद गंभीर थी। हमने उसकी जान बचाने का पूरा प्रयास किया था। हमे पछतावा है कि हम उसकी जान नहीं बचा पाए।

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