योग और पारंपरिक औषधियों के प्रति दुनिया भर में जिज्ञासा बढ़ रही है: मन की बात में पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (30 मार्च) को ‘मन की बात’ रेडियो कार्यक्रम के 120वें संस्करण को संबोधित किया , कई मुद्दों पर बाते रखी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (30 मार्च) को ‘मन की बात’ रेडियो कार्यक्रम के 120वें संस्करण को संबोधित किया। यह इस साल पीएम मोदी का तीसरा ‘मन की बात’ कार्यक्रम है। आज के एपिसोड में पीएम मोदी ने योग दिवस, जल संरक्षण और पैरा स्पोर्ट्स जैसे कई मुद्दों पर चर्चा की। पीएम ने कहा, “आज चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि है। आज से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो रही है। इसी दिन से भारतीय नववर्ष की शुरुआत भी हो रही है। इसी दिन विक्रम संवत 2082 की भी शुरुआत हो रही है।
पीएम मोदी ने कहा, “योग दिवस में अब 100 दिन से भी कम समय बचा है। योग दिवस 2025 की थीम ‘योग फॉर वन अर्थ वन हेल्थ’ रखी गई है, यानी हम योग के जरिए पूरी दुनिया को स्वस्थ बनाना चाहते हैं।” प्रधानमंत्री ने कहा, “पूरी दुनिया में योग और पारंपरिक चिकित्सा के प्रति जिज्ञासा बढ़ रही है। बड़ी संख्या में युवा योग और आयुर्वेद को स्वास्थ्य का उत्कृष्ट माध्यम मानते हुए इसे अपना रहे हैं।
पैरा खेल ‘प्रसिद्ध’ हो रहे हैं: प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा, “कुछ दिन पहले आयोजित खेलो इंडिया पैरा गेम्स में खिलाड़ियों ने एक बार फिर अपनी लगन और प्रतिभा से सभी को आश्चर्यचकित कर दिया। इस बार इन खेलों में पहले से कहीं अधिक खिलाड़ियों ने भाग लिया। यह दर्शाता है कि पैरा स्पोर्ट्स कितना लोकप्रिय हो रहा है। मैं खेलो इंडिया पैरा गेम्स में भाग लेने वाले सभी खिलाड़ियों को उनके शानदार प्रयासों के लिए बधाई देता हूं।
जल संरक्षण पर प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा, “वर्षा की बूंदों को संरक्षित करके हम बहुत सारा पानी बर्बाद होने से बचा सकते हैं। पिछले कुछ वर्षों में इस अभियान के तहत देश के कई हिस्सों में जल संरक्षण के लिए अभूतपूर्व काम हुआ है। मैं आपको एक दिलचस्प आंकड़ा बताता हूं। पिछले 7-8 वर्षों में, 11 बिलियन क्यूबिक मीटर और उससे भी ज्यादा पानी को नवनिर्मित टैंकों, तालाबों और अन्य जल पुनर्भरण संरचनाओं के माध्यम से संरक्षित किया गया है।”