घोटालों से न्यूनतम स्तर पर पहुंची भारतीय बैंकों की साख: कांग्रेस

बेंगलुरू कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय बैंकों में हजारों करोड़ रुपये के कई फर्जीवाड़े उजागर होने से बैंकिंग क्षेत्र में गहरा संकट छा गया है और विनियामक निगरानी की विफलता के कारण बैंकों की साख अबतक के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गई है।

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कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, “कुछ चुनिंदा लोगों ने बैंकिंग प्रणाली की मिलीभगत से फर्जी वचन पत्र यानी लेटर्स ऑफ अंडरटेकिंग (एलओयू) जारी कर और धोखाधड़ी के साधनों व कर्ज नहीं अदा करके हजारों करोड़ रुपये लूट लिए, जोकि अकल्पनीय है।”

उन्होंने कहा कि बैंकों में धोखाधड़ी के 11 मामलों में तकरीबन 61,000 करोड़ रुपये की लूट हुई है। सुरजेवाला ने कहा कि विनियामक संस्थानों की निष्ठा मे कमी और विनियामक निगरानी की विफलता के कारण भारतीय बैंकिंग क्षेत्र में गहरा संकट छाया हुआ है।

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर चुप्पी साधने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी सीधी निगरानी में बैंकों में ठगी, लूट व धोखाधड़ी हो रही है। उन्होंने कहा कि ‘हर दिन एक घोटाला’ और ‘लुटेरों को भगाना’ मोदी सरकार के नारे हैं।

कांग्रेस नेता ने कहा, “(शराब कारोबारी) विजय माल्या, (पूर्व भारतीय प्रीमियर लीग चेयरमैन) ललित मोदी और (पंजाब नेशनल बैंक को चपत लगाने के आरोपी हीरा कारोबारी) नीरव मोदी को ढिठाई से लोगों के पैसे लूटने दिया गया और उन सबको देश से बाहर भागने दिया गया।”

उन्होंने आरोप लगाया कि घोटालों के परिणामस्वरूप देश के बैंकिंग क्षेत्र में डूबे हुए कर्ज (एनपीए) की रकम बढ़कर तीन गुनी हो गई। सुरजेवाला ने कहा कि देश में कोई बैंक ऐसा नहीं है, जो घोटालों से प्रभावित नहीं हुआ हो।

मोदी पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि वह गहरी नींद में सोए हुए हैं और नीरव मोदी और उनके मामा मेहुल चोकसी द्वारा सोने की फर्जी स्कीम के जरिए आम आदमी का पैसा लूटने व ठगने की छूट देने की बात सार्वजनिक रूप से स्वीकार करने से इंकार कर दिया है।

सुरजेवाला ने कहा कि धोखाधड़ी के मामले बढ़ने के बावजूद प्रधानमंत्री और वित्तमंत्री अरुण जेटली अपनी चुप्पी साधे हुए हैं।

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