
• उर्वशी साहू

देश भर में आज से कोविड-19 वैक्सीनेशन का दूसरा चरण शुरू हो रहा है। केंद्र सरकार द्वारा यह बात स्पष्ट की गयी है कि 60 साल से ऊपर की उम्र वाले औ 45 की उम्र वाले लोग जो की गंभीर समस्या से पीड़ित हैं वे तीन तरीके से वैक्सीन के लिए रजिस्टर कर सकते हैं। आपको बता दें कि सरकारी सेंटर्स से वैक्सीन मुफ्त में लगाई जायेगी और वही प्राइवेट अस्पतालों में वैक्सीन की कीमत 250 रूपए है।
बताया जा रहा है कि केंद्रीय स्वास्थय मंत्रालय ने यह भी कहा है कि जिन फ्रंटलाइन वर्कर्ज़ को वैक्सीनेशन फेज १ में वैक्सीन नहीं लग पायी थी, वे फेज २ में अपनी पसंद के सेंटर में जाकर वैक्सीन लगवा सकते हैं। शुक्रवार को एक मीटिंग में यह भी बताया गया कि लोग वैक्सीन के लिए तीन तरह से रेजिस्टर कर सकते हैं। पहला, Co-Win 2.0 ऐप के ज़रिए व्यक्ति को खुद वैक्सीन के लिए रेजिस्टर करवाना होगा, दूसरा आरोग्य सेतू ऐप के ज़रिए भी वैक्सीन के लिए रेजिस्ट्रेशन करवाया जा सकता है। वहीं, जो लोग मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करते, वे वैक्सीन सेंटर पर जा कर खुद भी रेजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं।

राज्यों को उन दस्तावेज़ों के बारे में भी बताया गया, जो लाभार्थियों को वैक्सीनेशन के दिन ले जाने होंगे। वैक्सीनेश रेजिस्ट्रेशन के लिए आपको आधार कार्ड या फिर इलेक्शन कार्ड, या आधार और इलेक्शन कार्ड न होने पर ऑनलाइन रेजिस्टर कराते समय वहां मांगा गया कोई भी फोटो आईडी कार्ड, अगर आपकी उम्र 45 या उससे ऊपर है और आप किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं, तो आपको उससे जुड़े दस्तावेज़ दिखाने होंगे जिसमें डॉक्टर के हस्ताक्षर की भी ज़रूरत पड़ सकती है। वहीं अगर आप हेल्थ केयर या फ्रंटलाइन वर्कर हैं, तो आपको अपना रोज़गार प्रमाणपत्र दिखाना होगा।

निजी अस्पतालों को भी जनता को वैक्सीन लगाने की अनुमति है लेकिन सरकार का काम केवल वैक्सीन स्टॉक उपलब्ध कराना है इसलिए उन्हें अपना निवेश खुद करना होगा। अस्पतालों उपकरणों के लिए को खुद निवेश करना होगा और रेफ्रिजरेटर के लिए पॉवर बैकअप की व्यवस्था भी खुद करनी होगी।