
Congress Bharat Jodo Yatra: कांग्रेस नेता राहुल गाँधी इन दिनों भारत जोड़ो यात्रा पर हैं। इसके अंतर्गत राहुल गांधी 150 दिन की यात्रा में कन्याकुमारी से कश्मीर तक सफर तय करेंगे। इस यात्रा के पांचवे दिन रविवार को राहुल गाँधी केरल पहुंचे। यहां राहुल गांधी ने कहा कि केरल राज्य सभी का सम्मान करता है। यह राज्य खुद को विभाजित या नफरत फैलाने की इजाजत नहीं देता है। यही कारण है कि भारत जोड़ो यात्रा इन विचारों का विस्तार है। राहुल गांधी ने यात्रा में शामिल लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि एक साथ खड़े होना, सद्भाव में एक साथ काम करना केरल के लोगों के लिए स्वाभाविक और सामान्य है।

राहुल गांधी ने केरल के लोगों की तरीफ करते हुए कहा कि यहां के लोगों ने देश के बाकी हिस्सों में भी दिखाया है कि उनमें कितनी एकता है। राज्य में एक अच्छी शिक्षा प्रणाली और सबसे दयालु नर्स हैं। कांग्रेस यात्रा के माध्यम से जो संदेश फैलाने की कोशिश कर रही है, वह कोई नया संदेश नहीं है। यह काफी पुराना संदेश है जो केरल के डीएनए में है।
राहुल गांधी ने की स्कूल के छात्रों और श्रमिकों से बातचीत
तमिलनाडु के कन्याकुमारी से 3,570 किलोमीटर लंबी यात्रा के केरल चरण की शुरुआत करते हुए कांग्रेस नेता और वायनाड के सांसद राहुल गांधी के स्वागत के लिए कांग्रेस के सदस्यों और कार्यकर्ताओं के साथ-साथ दर्शकों बड़ी संख्या में इकट्ठा हुए। दिन की यात्रा का पहला चरण नेय्यत्तिनकारा में तीन घंटे की लंबी पैदल यात्रा के बाद समाप्त हुआ। दूसरा चरण शाम 5 बजे से शुरू होने से पहले, गांधी ने जीआर पब्लिक स्कूल के छात्रों और यहां बलरामपुरम के हथकरघा श्रमिकों के साथ बातचीत की।
साथ ही राहुल गांधी ने खराब वेतन, सरकार से लाभ की कमी और कच्चे माल की बढ़ती लागत जैसी बुनकरों की चिंताओं को सुना। उन्होंने कहा कि वह उन्हें न केवल हथकरघा श्रमिकों के रूप में देखते हैं, बल्कि उन लोगों के रूप में देखते हैं जो एक ऐतिहासिक और पारंपरिक उद्योग की रक्षा कर रहे हैं। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राहुल गाँधी को हथकरघा से बना कांग्रेस का चिन्ह भी भेंट किया। गांधी ने यात्रा से विराम के दौरान समाज सुधारक अय्यंकाली के स्मारक पर भी श्रद्धांजलि अर्पित की।