भारत के विदेश सचिव और आईबी मंत्रालय ने यह साफ किया है कि भारत-पाकिस्तान के संघर्ष विराम का यह फैसला दोनों देशों के बीच आपस में हुई बातचीत के बाद लिया गया है

भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य कार्रवाई को रोकने का फैसला (सीजफायर) दोनों देशों ने आपस में बातचीत के बाद लिया है. इस फैसले में किसी तीसरे देश का कोई रोल नहीं है. यह बात भारत की ओर से कही गई है. पहले इस बात की जानकारी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक ट्वीट के जरिए दी थी. ट्रंप के पोस्ट के अनुसार अमेरिकी मध्यस्थता में दोनों देशों के नेताओं के बीच हुई बातचीत के बाद यह फैसला लिया गया. लेकिन भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी और IB मंत्रालय ने एक पोस्ट के जरिए बताया कि यह फैसला पूरी तरह से द्विपक्षीय है. इसमें किसी तीसरे देश का कोई रोल नहीं है.
दरअसल शनिवार 10 मई शाम 6 बजकर 7 मिनट पर सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने एक ट्वीट किया. जिसमें कहा गया कि सीजफायर पर सहमति पूरी तरह से द्विपक्षीय है. यानी अमेरिका बीच में नहीं था. इस पोस्ट में बताया गया कि पाकिस्तान के DGMO ने शनिवार दोपहर में फोन पर बात की थी. जिसके बाद सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनी.