बर्थडे स्पेशल : जिसकी ‘बदौलत’ रचा इतिहास, कहां गया उसे ढूंढो

नई दिल्ली : किस्मत चमकते समय नहीं लगता और पलटते भी। क्रिकेट में ये कहावत तो आम है। शोहरत में पाने वालों की लंबी लिस्ट है, लेकिन गुमनाम होने वाले कहीं ज्यादा हैं। कुछ ऐसी ही जिंदगी जी रहे हैं टी-20 वर्ल्डकप के फाइनल में गोल्डन विकेट लेने वाले जोगिंदर शर्मा। 2007 में उनकी गेंद पर इतिहास तो रच गया लेकिन वो दूर गए। हालांकि वो गुमनाम होकर भी ‘दबंग’ जिंदगी जी रहे हैं।

जोगिंदर शर्मा

साल 2007, कोई साधारण मैच नहीं बल्कि पहले टी-20 वर्ल्डकप का फाइनल मैच। आमने सामने इंडिया और पाकिस्तान। दोनों देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया टकटकी लगाए इस मैच को देख रही थी।

पाकिस्तान की टीम जब लक्ष्य का पीछा करने उतरी तो तनाव चरम पर था ऐसे में अंतिम ओवर तो फेंकने के लिए कोई तैयार नहीं था, तब एक अनजाने से गेंदबाज जोगिंदर शर्मा को गेंदबाजी की जिम्मेदारी दी गई थी। उस मैच में उसने अंतिम विकेट लेकर भारत को टी-20 में वर्ल्ड चैंपियन बनाया था।

जोगिंदर शर्मा

विश्वकप के फाइनल में जब अंतिम छह गेंद में पाकिस्तान को जीतने के लिए 13 रन चाहिए थे, तब टीम इंडिया के कप्तान ने बॉलिंग की गेंदबाजी जोगिंदर शर्मा को सौंप दी। क्रीज पर मिसबाह उल हक जमे हुए थे। वह उस समय तक 35 बॉल में 37 रन बना चुके थे। हालांकि पाकिस्तान अपने 9 विकेट गंवा चुका था, लेकिन मिसबाह के रूप में उसकी उम्मीद उफान पर थीं।

जोगिंदर ने पहली ही गेंद वाइड कर दी। अब पाकिस्तान को 6 गेंदों में 12 रन चाहिए थे। अगली गेंद पर कोई रन नहीं बना।  लेकिन दूसरी गेंद पर मिसबाह ने छक्का जड़ दिया। भारतीय फेंस की सांसें सूख गईं। लगा मैच गया। पाकिस्तान को 4 बॉल में बस 6 रन चाहिए थे।

तीसरी गेंद पर मिसबाह ने एक रिस्क लिया और फाइन लेग की ओर उठाकर खेला। बॉल हवा ऊपर चली गई और श्रीसंत ने कैच लपकने में कोई गलती नहीं की। दुनिया भर में भारतीय फैंस झूम उठे। भारत विश्व चैंपियन बन गया। जोगिंदर शर्मा का ये ओवर और विकेट भारतीय क्रिकेट इतिहास में हमेशा के  लिए अमर हो गया।

लेकिन बदकिस्मती देखिए, इस गेंदबाज के लिए ये अंतिम टी-20 मैच साबित हुआ। उसके बाद जोगिंदर शर्मा कोई भी मैच नहीं खेल सके। उनका करिअर यहीं सिमट गया। उन्होंने अपने छोटे से करिअर में 4 टी-20 मैचों में 4 विकेट लिए। उन्होंने चार वनडे मैच भी खेले। इसमें वह सिर्फ 1 विकेट ले पाए।

जोगिंदर शर्मा

टीम इंडिया के पूर्व कैप्टन महेंद्र सिंह धोनी के साथ डेब्यू करने वाले ऑलराउंडर जोगिंदर शर्मा अब क्रिकेट की दुनिया से दूर हरियाणा पुलिस में डीएसपी हैं। साल 2011 में जोगिंदर शर्मा का एक्सीडेंट हो गया। इस एक्सीडेंट में उनके सिर में गंभीर चोटें आईं थीं। जिसके बाद उन्हें कुछ समय तक आईसीयू में रहना पड़ा था। हादसे के बाद जोगिंदर ठीक तो हो गए थे, लेकिन इंडिया टीम में वापसी नहीं कर पाए। 2007 के टी-20 मैच के लिए जोगिंदर को हरियाणा सरकार ने 21 लाख का ईनाम दिया था।

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