
बागपत के पलड़ा गांव में सानिया (19) की हत्या के मामले में दूसरी बार किए गए पोस्टमॉर्टम से बड़ा खुलासा हुआ है। सोमवार को मेरठ से आए फोरेंसिक विशेषज्ञों और चिकित्सकों के पैनल ने सानिया के शव का दोबारा पोस्टमॉर्टम किया, जिसमें पुष्टि हुई कि उसकी हत्या गला और मुंह दबाकर की गई।

हादसे के बाद परिवार का कोई भी सदस्य सानिया का शव लेने नहीं आया, और अंततः गांव के लोगों ने शव को अपने कब्जे में लिया। पुलिस ने इस मामले में छह आरोपियों को जेल भेज दिया है और फरार अन्य आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही है।
हत्याकांड
सानिया 15 जुलाई को अपने प्रेमी सागर के साथ हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले चली गई थी। परिवार वालों ने दोनों को पकड़ लिया और बागपत लाकर उनकी जमकर पिटाई की। इसके बाद उन्हें गांव के एक नलकूप पर बंधक बनाकर और मारपीट की गई। 23 जुलाई को सानिया के ताऊ मतलूब, चचेरे भाई सादिक, और एक नाबालिग सहित अन्य रिश्तेदारों ने उसका गला और मुंह दबाकर हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को गांव के कब्रिस्तान में दफना दिया गया और ग्रामीणों को बताया गया कि सानिया की मौत टीबी की बीमारी से हुई।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
सागर की शिकायत पर दोघट पुलिस ने जांच शुरू की, जिसके बाद हत्या का खुलासा हुआ। डीएम की अनुमति से 26 जुलाई को कब्रिस्तान से सानिया का शव निकाला गया और पहला पोस्टमॉर्टम कराया गया, लेकिन मौत का कारण स्पष्ट नहीं हुआ। पुलिस की आपत्ति पर सोमवार को दूसरा पोस्टमॉर्टम हुआ, जिसमें हत्या की पुष्टि हुई। एएसपी एनपी सिंह ने बताया कि सानिया की हत्या में शामिल नाबालिग ने उसके पैर पकड़े, जबकि मतलूब और सादिक ने गला और मुंह दबाकर उसकी जान ली। पुलिस ने मतलूब, सादिक, और नाबालिग को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि चार अन्य रिश्तेदार—मुजफ्फरनगर के सुन्ना गांव के दो और असारा गांव के दो—फरार हैं।
परिवार की बेरुखी और आरोपियों का बयान
पोस्टमॉर्टम के बाद सानिया का शव लेने कोई परिजन नहीं आया। गांव वालों ने शव को अपने कब्जे में लिया। पूछताछ में मतलूब और सादिक ने बताया कि सानिया के प्रेमी सागर के साथ भागने और शादी की जिद के कारण उन्होंने उसकी हत्या की। उन्होंने कहा कि सानिया को कई बार समझाया गया, लेकिन वह नहीं मानी। आरोपियों ने यह भी कहा कि सागर को छोड़ देना उनकी गलती थी और अगर उसे भी मार देते तो बेहतर होता। सानिया की मां और पिता वलीस ने उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन हत्यारों ने उनकी एक न सुनी।
जांच और आगे की कार्रवाई
पुलिस ने बताया कि फरार आरोपियों की तलाश में छापेमारी तेज कर दी गई है। फोरेंसिक साक्ष्यों और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर मामले की गहन जांच की जा रही है। यह मामला ऑनर किलिंग का है, जिसमें परिवार की इज्जत के नाम पर सानिया की हत्या की गई। इस घटना ने क्षेत्र में सनसनी फैला दी है और सामाजिक स्तर पर भी कई सवाल खड़े किए हैं।