वकील की हत्या के बाद इलाहाबाद में तनाव बरक़रार, परिजनों को 20 लाख देगी सरकार

लखनऊ। सूबे की योगी सरकार अपराधिक पृष्ठभूमि से ताल्लुक रखने वाले गुंडों पर कानूनी कार्रवाई करके भले ही कानून व्यवस्था में सुधार को लेकर कसीदे पढ़ रही हो। लेकिन सच्चाई इससे उलट ही दिखाई पड़ रही है। ईनामी बदमाशों का भले ही आये दिन एनकाउंटर तो हो रहा है। इसके बावजूद अपराधिक घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं।

वकील की हत्या

दरअसल, इलाहाबाद के कर्नलगंज थाना क्षेत्र में गुरुवार को एक वकील की हत्या कर दी गई। जिसके बाद हालात बिगड़ गए। वकीलों ने शव सड़क पर रखकर जाम लगा दिया। इतना ही नहीं कई क्षेत्रों में आगजनी की घटनाओं को भी अंजाम दिया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने भारी पुलिस फोर्स मौके पर तैनात कर दिया है।

बता दें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इलाहाबाद में मारे गए वकील के परिजनों को 20 लाख की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। साथ ही अधिकारियों को 24 घंटे के अंदर कार्रवाई कर अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करने के आदेश दिए हैं।

यह भी पढ़ें:- अब सरकार के भरोसे नहीं लोग, आदमखोरो से लड़ने के लिए उठाए हथियार

पुलिस के मुताबिक घर से न्यायालय जा रहे अधिवक्ता राजेश श्रीवास्तव की बाइक सवारों ने गोली मारकर हत्या कर दी। गोली मारने के बाद अपराधी फरार हो गए। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

यह भी पढ़ें:- कैराना उपचुनाव में भाजपा ने शुरू की किलेबंदी, ऐसे होगा विरोधियों का WIPE-OUT

इस पूरे मामले में चौंकाने वाली बात यह है कि गुरुवार को कुंभ की तैयारियों की समीक्षा के लिए प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह और मुख्य चीफ सेक्रेटरी राजीव कुमार भी शहर में हैं। जहां पर हत्या हुई वहां से दोनों का काफिला कुछ देर पहले ही गुजरा था।

देखें वीडियो:-

LIVE TV