जोकोविच ने की आंद्रे आगासी की बराबरी
एजेन्सी/ मियामी। विश्व के नंबर एक खिलाड़ी सर्बिया के नोवाक जोकोविच ने पुरुष एकल फाइनल में जापान के केई निशिकोरी को मात देकर छठी बार मियामी ओपन टेनिस टूर्नामेंट का खिताब जीत लिया।
इसी के साथ उन्होंने रिकार्ड 28वां एटीपी वर्ल्ड टूर मास्टर्स 1000 खिताब जीतने की उपलब्धि भी अपने नाम कर ली है।
जोकोविच ने एक घंटे 25 मिनट तक चले मुकाबले में छठी सीड निशिकोरी की चुनौती पर 6-3, 6-3 से काबू पाते हुए मियामी ओपन खिताबी अपनी झोली में डाल लिया।
इसके साथ उन्होंने दिग्गज खिलाड़ी आंद्रे आगासी के छह बार खिताब जीतने के रिकॉर्ड की बराबरी भी कर ली है। यह जोकोविच का मियामी में लगातार तीसरा और ओवरऑल छठा खिताब है।
13 लाख डॉलर की ईनामी राशि वाले टूर्नामेंट को जीतने के बाद 28 वर्षीय जोकोविच के कॅरियर की कमाई दस करोड़ डॉलर तक पहुंच गई है। उन्होंने लगातार चौथा और करियर का 63वां खिताब अपने नाम कर लिया।
वर्ष के पहले ग्रैंड स्लैम, ऑस्ट्रेलियन ओपन, कतर और इंडियन वेल्स के बाद जोकोविच की इस वर्ष यह चौथी खिताबी जीत है। उनका इस वर्ष का जीत-हार का रिकार्ड 28-1 हो गया है।
दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी ने खिताबी जीत के साथ कई रिकॉर्ड भी अपनी झोली में डाले और पूर्व नंबर एक स्पेन के राफेल नडाल की मास्टर्स 1000 में सबसे अधिक खिताब जीतने की पिछले छह साल की बादशाहत को भी समाप्त कर दिया।
नडाल ने वर्ष 2010 में आंद्रे अगासी को पीछे छोड़ते हुए यह उपलब्धि दर्ज की थी। जोकोविच ने नडाल (27), रोजर फेडरर (24), आंद्रे अगासी (17), एंडी मरे (11) और पीट सम्प्रास (11) को पीछे छोड़ा है।
मियामी में जीत के साथ सर्बियाई खिलाड़ी ने मौजूदा युग में सर्वाधिक मैच जीतने की सूची में अपने कोच बोरिस बेकर (11वें स्थान) को पीछे छोड़ दिया है।
जोकोविच की यह 714वीं जीत है। इसके अलावा उन्होंने एटीपी वर्ल्ड टूर में कमाई के मामले में फेडरर को भी अब पीछे छोड़ दिया है। सर्बियाई खिलाड़ी ने मैच में लगातार सेटों में जीत दर्ज की और मैच में 14 विनर्स लगाए।
उन्होंने छठी सीड निशिकोरी के 29 बेजा भूलों का भी आसान जीत में भरपूर फायदा मिला। जोकोविच और निशिकोरी के बीच यह मैच एटीपी वर्ल्ड टूर मोंटे कार्लो 2011 के बाद पहला फाइनल था जिसमें एक भी एस नहीं लगाया गया।
जोकोविच ने मैच के बाद कहा, ‘हर साल जब भी मियामी आता हूं मैं वर्ष 2007 की अपनी पुरानी यादों में डूब जाता हूं। मैंने उस समय अपना पहला मास्टर्स 1000 सीरीज का खिताब जीता था और उसके बाद मेरे पास कई मौके आए। इससे मुझे बहुत ही आत्मविश्वास मिला। मुझे तब लगा कि मैं बड़े खिताब जीत सकता हूं।’
उन्होंने कहा, ‘यह मेरे लिए बहुत ही खास खिताब है और अब मैं इसे छह बार जीत चुका हूं। मैं हर मैच और खिताब की अहमियत समझता हूं। मेरा टूर्नामेंट में यह सबसे अच्छा प्रदर्शन था। मैंने एक बढ़िया खिलाड़ी के खिलाफ जीत दर्ज की है।’