सीएम योगी का मेगा प्लान: बीडा बनेगा बुंदेलखंड का इंडस्ट्रियल हब, एयरपोर्ट-रेलवे स्टेशन-लॉजिस्टिक्स पार्क की घोषणा; गंगा एक्सप्रेसवे दिसंबर तक पूरा

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुंदेलखंड औद्योगिक विकास प्राधिकरण यानी बीडा क्षेत्र को झांसी सहित पूरे बुंदेलखंड की औद्योगिक क्रांति का नया केंद्र बनाने का ऐलान किया है। बुधवार को बीडा की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में सीएम ने एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क विकसित करने के सख्त निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड अब पिछड़ेपन का पर्याय नहीं रहेगा बल्कि उत्तर प्रदेश की प्रगति और आत्मनिर्भरता का प्रतीक बनेगा। बीडा को ईज ऑफ डूइंग बिजनेस और रोजगार सृजन का आदर्श मॉडल बनाने की प्राथमिकता पर जोर देते हुए सीएम ने अगले छह माह में भूमि अधिग्रहण पूरा करने को कहा। इसके लिए एक सप्ताह में रजिस्ट्री व राजस्व कर्मियों की अतिरिक्त तैनाती और पंद्रह दिनों में इंजीनियर तथा टाउन प्लानर की नियुक्ति सुनिश्चित करने के आदेश दिए।

बैठक में सीएम ने एयरपोर्ट के लिए उपयुक्त भूमि चिह्नित करने, आगरा-ग्वालियर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे को झांसी तक बढ़ाने और दिल्ली-चेन्नई चतुर्थ रेलवे लाइन के तहत बीडा में नया स्टेशन बनाने की दिशा में तेजी लाने को कहा। दिल्ली-नागपुर इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का नोड बीडा में विकसित करने तथा बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को बीडा से जोड़ने वाले लिंक एक्सप्रेसवे का एलाइनमेंट शीघ्र तय करने के निर्देश भी दिए। बीडा के लिए कुल छप्पन हजार छह सौ बासठ एकड़ क्षेत्र अनुमोदित है जिसमें से बाईस हजार अट्ठाईस एकड़ भूमि अधिग्रहण हो चुका है। पारदर्शिता के लिए विशेष सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है जिससे किसानों की सहमति से भुगतान तक की प्रक्रिया ऑनलाइन होगी और अगले माह से कॉल सेंटर भी शुरू हो जाएगा।

बीडा का मास्टर प्लान दो हजार पैंतालीस बोर्ड से संस्तुति प्राप्त कर चुका है जिसमें औद्योगिक क्षेत्र के लिए पैंतीस दशमलव आठ प्रतिशत, आवासीय के लिए पंद्रह दशमलव दो प्रतिशत, मिश्रित उपयोग के लिए पांच दशमलव एक प्रतिशत, वाणिज्यिक के लिए एक दशमलव पांच प्रतिशत और हरित क्षेत्र के लिए दस दशमलव छह प्रतिशत सहित कुल दो सौ तिरेपन दशमलव तैंतीस वर्ग किलोमीटर भूमि उपयोग का खाका तैयार है। सभी आठ सेक्टरों की जोनिंग तथा सेक्टर प्लानिंग तीस नवंबर तक पूरी करने का लक्ष्य है।

सीएम ने सड़क, सीवेज, जल निकासी, ठोस अपशिष्ट निस्तारण और बिजली वितरण जैसे बुनियादी ढांचे को मिशन मोड में पूरा करने के साथ एनएच सत्ताईस और एनएच चवालीस से कनेक्टिविटी मजबूत करने को कहा।

उत्तर प्रदेश इंडस्ट्रियल एक्सप्रेसवे डेवलपमेंट अथॉरिटी की समीक्षा में सीएम ने गंगा एक्सप्रेसवे को दिसंबर तक हर हाल में पूरा करने का लक्ष्य रखा ताकि पश्चिमी और पूर्वी उत्तर प्रदेश के बीच बेहतर संपर्क स्थापित हो। साप्ताहिक प्रगति समीक्षा और गुणवत्ता पर समझौता न करने के निर्देश दिए। मेरठ-हरिद्वार, नोएडा-जेवर, चित्रकूट-रीवा लिंक एक्सप्रेसवे तथा प्रयागराज, मिर्जापुर, वाराणसी, चंदौली और सोनभद्र तक प्रस्तावित विंध्य एक्सप्रेसवे व विंध्य-पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेसवे के रूट पर विस्तृत चर्चा हुई। एनएचएआई के प्रस्तावित नेटवर्क का ध्यान रखने को कहा।

डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के लखनऊ, कानपुर, झांसी, आगरा, अलीगढ़ और चित्रकूट नोड में स्किल डेवलपमेंट सेंटर स्थापित करने के निर्देश दिए ताकि स्थानीय युवाओं को रक्षा उद्योग से जोड़ा जा सके। अब तक तीस हजार आठ सौ उन्नीस करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले हैं और पांच हजार उनतालीस एकड़ भूमि अधिग्रहीत हो चुकी है।

भूमि आवंटन के तीन वर्ष में उपयोग न होने पर निरस्त करने की नीति अपनाने तथा निगरानी की पारदर्शी व्यवस्था बनाने को कहा। एक्सप्रेसवे किनारे औद्योगिक क्लस्टर व लॉजिस्टिक पार्कों में बिजली, जल, ट्रक टर्मिनल और स्वास्थ्य सुविधाओं की समयबद्ध योजना पर जोर दिया।

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