ऑपरेशन सिंदूर: NSA अजित डोभाल का दावा, ‘पाकिस्तान में 9 आतंकी ठिकानों को इतने मिनट में उड़ाया, भारत को कोई नुकसान नहीं’

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल ने चेन्नई में IIT मद्रास के 62वें दीक्षांत समारोह में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता का ब्योरा देते हुए कहा कि भारत ने पाकिस्तान में 9 आतंकी ठिकानों को सटीक निशाना बनाया, जिसमें एक भी चूक नहीं हुई। यह ऑपरेशन मात्र 23 मिनट में पूरा हुआ, और भारत को कोई नुकसान नहीं हुआ। उन्होंने विदेशी मीडिया की भ्रामक रिपोर्टिंग पर भी तीखा हमला बोला।

ऑपरेशन सिंदूर का विवरण
7 मई 2025 को भारतीय सशस्त्र बलों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों के 9 ठिकानों पर सटीक हमले किए। यह कार्रवाई 22 अप्रैल 2025 को दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में थी, जिसमें 26 लोग, ज्यादातर पर्यटक, मारे गए थे। हमले में आतंकियों ने धार्मिक आधार पर लोगों की पहचान कर हत्या की थी। डोभाल ने बताया कि ऑपरेशन में स्वदेशी तकनीक, जैसे ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल, और राफेल जेट्स से लैस स्कैल्प मिसाइलों व AASM हैमर बमों का उपयोग किया गया। हमले इतने सटीक थे कि कोई भी गैर-आतंकी या नागरिक ठिकाना प्रभावित नहीं हुआ।

विदेशी मीडिया पर निशाना
डोभाल ने विदेशी मीडिया की खबरों को तथ्यहीन करार देते हुए चुनौती दी कि वे भारत में किसी भी नुकसान की एक तस्वीर दिखाएं। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान ने दावा किया कि उन्होंने हमारे ठिकानों को नुकसान पहुंचाया, लेकिन एक भी कांच टूटने की तस्वीर नहीं है।” उन्होंने सरगोधा, रहीम यार खान, चकलाला जैसे पाकिस्तानी एयरबेस की सैटेलाइट तस्वीरों का हवाला देते हुए कहा कि विदेशी मीडिया ने इन्हें ही दिखाया, जो भारत की सैन्य क्षमता को रेखांकित करता है।

पाकिस्तान के दावों का खंडन
पाकिस्तान ने दावा किया था कि उसने ऑपरेशन सिंदूर के जवाब में भारत के 3 राफेल जेट्स को मार गिराया और कई हवाई ठिकानों पर हमला किया। डोभाल ने इन दावों को खारिज करते हुए कहा कि भारत की S-400 वायु रक्षा प्रणाली ने पाकिस्तानी ड्रोन और मिसाइल हमलों को नाकाम कर दिया। भारतीय सेना ने भी पुष्टि की कि 7-10 मई तक चले इस सैन्य टकराव में 100 से अधिक आतंकी मारे गए। हालांकि, एक लीक पाकिस्तानी दस्तावेज में दावा किया गया कि भारत ने 9 से अधिक ठिकानों को निशाना बनाया था।

सैन्य रणनीति और स्वदेशी तकनीक
डोभाल ने ऑपरेशन की सफलता का श्रेय स्वदेशी तकनीक और सटीक खुफिया जानकारी को दिया। उन्होंने कहा कि एक विशेष टीम ने PoK और पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों की निगरानी की, जिससे बहावलपुर, मुरिदके और सियालकोट जैसे ठिकानों को चिह्नित किया गया। ऑपरेशन को डोभाल ने खुद कमांड किया, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे अंतिम मंजूरी दी। ऑपरेशन का नाम ‘सिंदूर’ पीएम मोदी ने सुझाया, जो पहलगाम में मारी गईं महिलाओं के माथे के सिंदूर का प्रतीक था।

विवाद और आलोचना
कांग्रेस और कुछ X पोस्ट्स में दावा किया गया कि ऑपरेशन के दौरान भारतीय वायुसेना को नुकसान हुआ, जिसे सरकार ने छिपाया। एक X पोस्ट में इंडोनेशिया में तैनात कैप्टन शिव कुमार के हवाले से कहा गया कि राजनीतिक दबाव के कारण भारत ने पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों को निशाना नहीं बनाया, जिससे कुछ विमान खोए गए। हालांकि, ये दावे विवादास्पद हैं और PIB ने ऐसी खबरों को गलत बताया।

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
डोभाल ने अमेरिका, ब्रिटेन, सऊदी अरब, जापान, रूस और फ्रांस के समकक्षों को ऑपरेशन की जानकारी दी, यह स्पष्ट करते हुए कि भारत का इरादा युद्ध बढ़ाने का नहीं है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने दोनों देशों से संयम बरतने और स्थायी युद्धविराम की अपील की।

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