यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा इस साल अप्रैल में हुए आतंकवादी हमले से तीन महीने पहले जम्मू-कश्मीर के पहलगाम का दौरा किया था।

यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा के पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के कथित मामले की जांच जारी है, अब पता चला है कि ज्योति ने इस साल अप्रैल में हुए आतंकवादी हमले से तीन महीने पहले जम्मू-कश्मीर के पहलगाम का दौरा किया था। यह भी पता चला है कि ज्योति को पाकिस्तानी उच्चायोग के एक कर्मचारी ने हनीट्रैप में फंसाया था, जिसकी पहचान दानिश के रूप में हुई है, जिसके बारे में माना जाता है कि वह पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) से जुड़ा हुआ है।
ज्योति को आईएसआई को संवेदनशील जानकारी देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। यह खुलासा जम्मू-कश्मीर के पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) शेष पॉल वैद ने किया। उन्होंने एक्स पर लिखा, “क्या यह महज संयोग है कि यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा, जो पाकिस्तानी उच्चायोग के कर्मचारी दानिश (संभवतः आईएसआई का व्यक्ति)के जाल में फंस गई थी, जनवरी 2025 में पहलगाम आई थी? वह कथित तौर पर आईएसआई संचालकों को संवेदनशील जानकारी दे रही थी।” उन्होंने कहा, “हमारी खुफिया सेवाएं आमतौर पर पाकिस्तान, चीन और अब बांग्लादेश जैसे शत्रु देशों के देशों या उच्चायोगों में अक्सर जाने वालों पर निगरानी रखती हैं।