ऑपरेशन ईगल: दिल्ली पुलिस ने अंतरराज्यीय बंदूक गिरोह का किया भंडाफोड़, राजधानी में 18 लोगों को किया गिरफ्तार

दिल्ली पुलिस के ऑपरेशन ईगल ने सोमवार को एक बड़े अंतर-राज्यीय बंदूक गिरोह का भंडाफोड़ किया और लगभग एक महीने तक चले अभियान के बाद गिरोह के 18 सदस्यों को गिरफ्तार किया। ये गिरफ्तारियां राष्ट्रीय राजधानी में बढ़ती बंदूक हिंसा के बीच हुई हैं।

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार विशेष पुलिस आयुक्त (अपराध) देवेश चंद्र श्रीवास्तव ने कहा, “‘ईगल’ नाम का यह ऑपरेशन दिल्ली और एनसीआर में सक्रिय बंदूक तस्करों पर नकेल कसने के लिए चलाया गया था।”

यह अभियान हाल ही में गाजीपुर से दो लोगों -अरशद और मोहम्मद सुलेमान- की गिरफ्तारी के बाद शुरू किया गया था। पुलिस ने आरोपियों के पास से एक बंदूक, तीन जिंदा गोलियां, तीन चाकू और चोरी की गई हुंडई i20 कार बरामद की। दोनों ने कबूल किया कि उन्होंने यह हथियार पटपड़गंज के अनुज उर्फ ​​मोनी से खरीदा था।इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, पुलिस ने अरशद से मिली जानकारी के आधार पर मोनी को भी गिरफ्तार किया। इस गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने एक के बाद एक गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार किया और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में बंदूक तस्करी के एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया।

अक्टूबर में शुरू किए गए “ऑपरेशन ईगल” के तहत गिरोह के सदस्यों से आठ देशी पिस्तौल, चार अर्ध-स्वचालित पिस्तौल, एक देशी राइफल, तीन चाकू और 33 जिंदा गोलियां बरामद की गईं।

दिल्ली पुलिस ने कई टीमें बनाकर कई जगहों पर छापेमारी की। पुलिस टीम ने मदन गैंग से जुड़े 16 और लोगों को गिरफ्तार किया। गैंग के मुखिया मदन को भी गाजियाबाद की डासना जेल से गिरफ्तार किया गया, जहां से वह कथित तौर पर खुलेआम अपने गैंग का संचालन करता रहा।

अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार संदिग्ध हत्या के प्रयास, डकैती, जबरन वसूली, डकैती, चोरी और सेंधमारी के 50 से अधिक मामलों में शामिल थे और उन पर शस्त्र अधिनियम और गैन्स्टर अधिनियम के तहत मामले लंबित हैं।

पुलिस अधिकारी ने बताया, “पूछताछ के दौरान दोनों आरोपियों ने दिल्ली-एनसीआर में हथियारों की खरीद-फरोख्त करने वाले गिरोह के कई अन्य सदस्यों के नाम बताए हैं। पूरे नेटवर्क की जांच करने और सभी आरोपियों को गिरफ्तार करके इसे खत्म करने के लिए कई टीमें बनाई गई हैं।”

LIVE TV