अगले चुनाव में अरविंद केजरीवाल CM नहीं चुने गए तो दिल्ली में उत्तर प्रदेश की तरह बिजली की दरें बढ़ेंगी: आतिशी
आतिशी ने कहा कि मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे भाजपा शासित राज्यों में बिजली का बिल दिल्ली से 4 गुना अधिक है।
आम आदमी पार्टी (आप) नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार आतिशी ने आज (20 सितंबर) कहा कि अगर राष्ट्रीय राजधानी के लोग अरविंद केजरीवाल को मुख्यमंत्री नहीं बनाते हैं, तो उन्हें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार के तहत उत्तर प्रदेश की तरह महंगी बिजली और लंबी बिजली कटौती देखने को मिलेगी।
आतिशी ने कहा, “उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार ने 5 किलोवाट के बिजली कनेक्शन की कीमत 118% बढ़ाकर 7,967 रुपये से 17,365 रुपये कर दी है। 1 किलोवाट के कनेक्शन के लिए 250% की वृद्धि की गई है। यह उत्तर प्रदेश की वही भाजपा सरकार है जिसने इस गर्मी के मौसम में 8 घंटे की बिजली कटौती की थी और ये बिजली कटौती किसी दूरदराज के गांव में नहीं की जा रही थी, ये 8 घंटे की बिजली कटौती नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद में की जा रही थी।”
बिजली का भाजपा मॉडल
उन्होंने कहा, “तो बिजली का भाजपा मॉडल क्या है? भाजपा मॉडल है लंबे-लंबे बिजली कट और सबसे महंगी बिजली। इसलिए दिल्ली की जनता के लिए बहुत जरूरी है कि वह अरविंद केजरीवाल को दोबारा चुने और उन्हें दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाए, वरना जो हम आज उत्तर प्रदेश में देख रहे हैं, महंगी बिजली, लंबे-लंबे बिजली कट, वही हम दिल्ली में भी देखेंगे।”
जल्द चुनाव कराने की अपील करने के बाद आम आदमी पार्टी (आप) बूथ स्तर पर अपने संगठन को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करते हुए एक भीषण लड़ाई के लिए कमर कस रही है। गुरुवार को एक महत्वपूर्ण बैठक में आप के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) संदीप पाठक और राज्य संयोजक गोपाल राय ने मंडल प्रभारियों को एकजुट किया और हर बूथ पर जीत का संकल्प लिया।