उफनती नदी में बहा सरकारी प्राथमिक स्कूल, बारिश से जुड़ी घटनाओं में चार की मौत

कई जगहों पर नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, जिससे लोगों की जान जोखिम में है। उत्तर प्रदेश में 24 घंटे से अधिक समय में बारिश से जुड़ी घटनाओं में चार लोगों की मौत हो गई है।

उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों से अधिक समय से बारिश से संबंधित घटनाओं में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि बाराबंकी में घाघरा-सरयू नदी के उफान में एक सरकारी प्राथमिक स्कूल बह गया। राज्य राहत आयुक्त कार्यालय की सोमवार (16 सितंबर) की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।

रिपोर्ट में कहा गया है, “बारिश से संबंधित घटनाओं में डूबने सहित चार लोगों की मौत हो गई है। पिछले 24 घंटों (रविवार शाम 6 बजे से सोमवार शाम 6 बजे तक) में इटावा, श्रावस्ती, सोनभद्र और फतेहपुर जिलों में एक-एक मौत की सूचना मिली है।”रिपोर्ट में कहा गया है कि गंगा नदी कछला ब्रिज (बदायूं), गाजीपुर और बलिया में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जबकि शारदा नदी पलियाकलां और शारदा नगर (लखीमपुर खीरी) में तथा घाघरा नदी एल्गिन ब्रिज (बाराबंकी), बलिया और अयोध्या में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।इस अवधि के दौरान राज्य में 2.3 मिमी बारिश हुई।

इस बीच, बाराबंकी के काजीपुर गांव में एक सरकारी प्राथमिक विद्यालय घाघरा-सरयू के उफान में पूरी तरह बह गया। कथित वीडियो में दिखाया गया है कि यह विद्यालय घाघरा-सरयू के बाढ़ क्षेत्र में स्थित था और नदी के लगातार कटाव की भेंट चढ़ गया।स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, नदी का जलस्तर अब खतरे के निशान से 62 सेमी ऊपर पहुंच गया है, जिससे निचले तराई क्षेत्र में स्थिति और खराब हो गई है।

उन्होंने बताया कि पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश और शारदा तथा गिरजा बैराजों से 7.41 लाख घन मीटर पानी छोड़े जाने के कारण नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे क्षेत्र जलमग्न हो गया है, 22 से अधिक गांव जलमग्न हो गए हैं और व्यापक स्तर पर दहशत फैल गई है।अधिकारी ने बताया कि संकट के मद्देनजर प्रशासन ने हाई अलर्ट घोषित कर दिया है तथा निवासियों से ऊंचे स्थानों पर चले जाने का आग्रह किया है।

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