दिल्ली: UPSC कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से तीन अभ्यर्थियों की मौत, वीडियो आया सामने
राष्ट्रीय राजधानी के ओल्ड राजिंदर नगर में हुई भयावह घटना का वीडियो सामने आया है, जिसमें कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में पानी भर जाने से तीन सिविल सेवा उम्मीदवारों की जान चली गई थी। इस वीडियो में वह क्षण दिखाया गया है जब फंसे हुए छात्रों को बचाने की कोशिश की जा रही थी। छात्रों ने बेसमेंट में हुई मौतों को लेकर कोचिंग सेंटर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और अधिकारियों के खिलाफ नारे लगाए। प्रारंभिक जांच के अनुसार, बेसमेंट में एक लाइब्रेरी भी है।
अधिकारी ने बताया कि एनडीआरएफ, स्थानीय पुलिस और अग्निशमन विभाग द्वारा बचाव अभियान के दौरान दो छात्राओं और एक छात्र के शव घटनास्थल से बरामद किए गए। छात्रों ने सिविल सेवा उम्मीदवारों की मौत पर विरोध प्रदर्शन किया और अधिकारियों के खिलाफ नारे लगाए। मृतकों की पहचान उत्तर प्रदेश की तान्या सोनी (25), श्रेया यादव (25) और केरल के नवीन दलविन (28) के रूप में हुई है।
दिल्ली मेयर ने एमसीडी को निर्देश जारी किए
दिल्ली की मेयर शेली ओबेरॉय ने एमसीडी कमिश्नर को निर्देश दिया कि दिल्ली में एमसीडी के अधिकार क्षेत्र में आने वाले ऐसे सभी कोचिंग सेंटर जो बेसमेंट में व्यावसायिक गतिविधियां चला रहे हैं, जो बिल्डिंग बायलॉज का उल्लंघन करते हैं और नियमों के अनुसार नहीं हैं, उनके खिलाफ तुरंत सख्त कार्रवाई की जाए।
उन्होंने कहा कि इस त्रासदी के लिए एमसीडी के किसी अधिकारी की जिम्मेदारी है या नहीं, इसकी तत्काल जांच की जानी चाहिए। अगर कोई अधिकारी दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
दिल्ली पुलिस ने कहा कि उसने कोचिंग संस्थान और इमारत के प्रबंधन के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है तथा कोचिंग सेंटर के मालिक को हिरासत में ले लिया है। डीसीपी सेंट्रल एम हर्षवर्धन ने कहा, “बचाव अभियान शुरू किया गया, जिसमें दिल्ली पुलिस और दिल्ली फायर सर्विस के साथ एनडीआरएफ भी शामिल थी। तलाशी और बचाव अभियान के अंत तक…बेसमेंट से 3 शव बरामद किए गए। तीनों की पहचान हो गई है और परिजनों को सूचित कर दिया गया है। वे हैं, श्रेया यादव, जो यूपी के अंबेडकर नगर जिले की मूल निवासी हैं, तान्या सोनी, जिनका स्थायी पता तेलंगाना है और निविन दलविन, जो केरल के एर्नाकुलम के निवासी हैं। बीएनएस की धारा 105, 106 (1), 115 (2), 290 और 35 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
यह मामला कोचिंग संस्थान और इमारत के प्रबंधन और उन लोगों के खिलाफ है जो उस जगह के नाले के रखरखाव के लिए जिम्मेदार थे…अब तक हमने उस कोचिंग सेंटर के मालिक और समन्वयक को हिरासत में लिया है…आगे की जांच जारी है।”