तास बुझाने में मटके का जल होता है कारगर, जानें पांच नफा

दिलीप कुमार

इस प्रचंड गर्मी में हर कोई शीतल जलपान कर अपना तास बूझाना चाहता है। ऐसे में हम सबको शरीर की शतलता बरकरार रखने के लिए ज्यादातर ठण्डी चीज जैसे खरबूजा, तरबूजा, खीरा, ककडी, पुदीन हारा, पन्हा इत्यादि का सेवन करते हैं और इसके साथ ही पानी भी फ्रिज का पीते हैं।

फल इत्यादि का सेवन करना तो लाभकारी है लेकिन क्या आप जानते है कि फ्रिज का ठंडा पानी आपकी प्यास नहीं बूझाने में असक्षम है। इसके साथ ही साथ आपकी सेहत के लिए भी नुकसान दायक शाबित होता है।

इसलिए चिकित्सा विशेषज्ञों का मानना है कि मिट्टी के बने मटके का पानी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है। ऐसे में सूखे गले की प्यास बुझाने के जरूरी है कि आप मटके के पानी पिये।

मटके से पांच नफा

1- अगर आप दमा के रोगी हैं, तो भी मटके का पानी पिएं। लकवा पेशेंट्स को भी मटके का पानी नियमित तरीके से गर्मी में पीना चाहिए। इससे उनको फायदा मिलेगा।

2- मटके का पानी प्राकृतिक तौर पर ठंडा होता है, जबकि फ्रिज का पानी इलेक्ट्रिसिटी की मदद से। बल्कि एक बड़ा फायदा यह भी है कि इसमें बिजली की बचत भी होती है, और मटके बनाने वालों को भी लाभ होगा।

3- मटके का पानी पीना से पीएच संतुलन सही होता है। मिट्टी के क्षारीय तत्व और पानी के तत्व मिलकर उचित पीएच बेलेंस बनाते हैं जो शरीर को किसी भी तरह की हानि से बचाते हैं और संतुलन बिगडने नहीं देते।

4-मटके का पानी पीना से कैंसर की बीमारी का खतरा बहुत कम हो जाता है। घड़े का पानी गले से संबंधी बीमारियों से बचा कर रखता है और यह हमको तरवाट के साथ जुकाम खांसी की परेशानी से भी बचाता है।

5- गर्मी में मटके का पानी जितना ठंडा और सुकूनदायक लगता है, स्वास्थ्य के लिए भी उतना ही फायदेमंद भी होता है। इसका तापमान सामान्य से थोड़ा ही कम होता है जो ठंडक तो देता ही है, पाचन की क्रिया को बेहतर बनाने में मदद करता है।

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