प्रसिद्ध कथक नर्तक पंडित बिरजू महाराज ने ली अंतिम सांस, 83 साल की उम्र में हुआ निधन
लोकप्रिय कथक नर्तक पंडित बिरजू महाराज का असल नाम बृजमोहन मिश्रा था। उनका रविवार की देर रात निधन हो गया है। पद्म विभूषण से सम्मानित 83 साल के पंडित बिरजू महाराज ने रविवार और सोमवार की दरमियानी रात अंतिम सांस ली। उनके निधन की जानकारी उनके पोते स्वरांश मिश्रा ने फेसबुक पोस्ट के जरिये दी है। वहीं उनकी पौत्री रागिनी महाराज ने जानकारी दी है कि बिरजू महाराज का पिछले एक महीने से इलाज चल रहा था।
उन्हें रविवार देर रात 12:15 बजे और 12:30 बजे के बीच सांस लेने में तकलीफ हुई। इसके बाद उन्हें 10 मिनट में अस्पताल ले जाया गया, लेकिन बचाया नहीं जा सका। पंडित बिरजू महाराज किडनी की बीमारी से पीड़ित थे और डायलिसिस पर थे। वो अगले महीने 84 साल के होने वाले थे।
बता दें कि पंडित बिरजू महाराज का निधन दिल्ली में हुआ। उनका निधन हार्ट अटैक की वजह से हुआ है। उनके पोते स्वरांश मिश्रा ने फेसबुक पर उनके निधन की जानकारी देते हुए लिखा, ‘बहुत ही गहरे दुख के साथ हमें बताना पड़ रहा है कि आज हमने अपने परिवार के सबसे प्रिय सदस्य पंडित बिरजू जी महाराज को खो दिया। 17 जनवरी को उन्होंने अंतिम सांस ली। उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करें।’
पंडित बिरजू महाराज का जन्म 4 फरवरी, 1938 को लखनऊ में हुआ था। जान लें कि पंडित बिरजू महाराज का जन्म 1938 में हुआ था। वो लखनऊ घराने से ताल्लुक रखते थे। पंडित बिरजू महाराज कथक नर्तक होने के साथ-साथ शास्त्रीय गायक भी थे। पंडित बिरजू महाराज के पिता और चाचा भी कथक नर्तक थे।
गौरतलब है कि पंडित बिरजू महाराज का नाम भारत के महान कलाकारों में शामिल है। उनके लाखों-करोड़ों चाहने वाले पूरी दुनिया में हैं। सिंगर मालिनी अवस्थी और अदनान सामी ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए उन्हें श्रद्धांजलि दी है। इसके साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी ने भी पंडित बिरजू महाराज के निधन पर दुख जताया।
पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ‘भारतीय नृत्य कला को विश्वभर में विशिष्ट पहचान दिलाने वाले पंडित बिरजू महाराज के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। उनका जाना संपूर्ण कला जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं।ओम शांति!’
मालिनी अवस्थी ने ट्वीट किया, ‘आज भारतीय संगीत की लय थम गई। सुर मौन हो गए। भाव शून्य हो गए। कथक के सरताज पंडित बिरजू महाराज नहीं रहे। लखनऊ की ड्योढ़ी आज सूनी हो गई। कालिकाबिंदादीन की गौरवशाली परंपरा की सुगंध विश्व भर में प्रसारित करने वाले महाराज अनंत में विलीन हो गए। आह! अपूर्णीय क्षति है यह ॐ शांति।’
वहीं अदनान सामी ने ट्विटर पर लिखा कि महान कथक डांसर पंडित बिरजू महाराज के निधन की खबर से बहुत दुखी हूं। हमने प्रदर्शन कला के क्षेत्र के एक अद्वितीय संस्थान को खो दिया है। उन्होंने अपनी प्रतिभा से कई पीढ़ियों को प्रभावित किया है। उनकी आत्मा को शांति मिले।