
छह अक्तूबर को शुरू हुई भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक शुक्रवार को समाप्त हो गई। इस दौरान भारतीय रिज़र्व बैंक गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया कि रेपो रेट बिना किसी बदलाव के 4 प्रतिशत रहेगा। रिवर्स रेपो रेट भी बिना किसी बदलाव के 3.35 प्रतिशत रहेगा। ऐसे में ग्राहकों को ईएमआई या लोन की ब्याज दरों पर नई राहत नहीं मिली है।

आरबीआई गवर्नर ने बताया कि इस अवधि में अर्थव्यवस्था को महामारी के कहर से बचाने के लिए रिजर्व बैंक ने अप्रत्याशित संकट से निपटने के लिए 100 से अधिक उपाय किए हैं। हमने वित्तीय बाजार को चालू रखने के लिए नए और अपरंपरागत उपाय करने में संकोच नहीं किया है।पिछली एमपीसी बैठक के तुलना में आज भारत बहुत बेहतर स्थिति में है। विकास की गति मजबूत होती दिख रही है। मुद्रास्फीति अनुमान से अधिक अनुकूल हो रही है। पिछली एमपीसी बैठक के तुलना में आज भारत बहुत बेहतर स्थिति में है। विकास की गति मजबूत होती दिख रही है। मुद्रास्फीति ट्रेजेक्टरी अनुमान से अधिक अनुकूल हो रही है।
आरबीआई गवर्नर ने बताया, वित्त वर्ष 2021-22 के लिए वास्तविक जीडीपी वृद्धि का अनुमान 9.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा गया है। वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही के लिए वास्तविक जीडीपी वृद्धि का अनुमान 17.2 फिसदी है।