
यूपी एंटी टेररिस्ट स्क्वाड(ATS)ने महाराष्ट्र के एक 35 वर्षीय डॉक्टर को “बड़े पैमाने पर अवैध धर्मांतरण” में कथित रूप से शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया है। पुलिस ने कहा कि आरोपी डॉक्टर फराज शाह उन तीन लोगों का करीबी सहयोगी है, जिन्हें पिछले साल इसी तरह के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। वह मामले के मुख्य आरोपी कुमार गौतम का भी सहयोगी है और गौतम के निर्देश पर महाराष्ट्र के तमाम इलाकों में धर्मांतरण के रैकेट को फैला रहा था।

दरअसल 20 जून को यूपी ATS ने दिल्ली के इस्लामिक दावा सेंटर से जुड़े कुमार गौतम और जहांगीर आलम कासमी को गिरफ्तार कर धर्मांतरण के बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया था। फिर जुलाई में, एटीएस ने महाराष्ट्र से तीन लोगों को गिरफ्तार किया: रामेश्वर कावारे उर्फ आदम, भूप्रिया बंदो उर्फ अरसलान मुस्तफा और कौसर आलम। आरोपियों से पूछताछ में फराज शाह का नाम और उसके खिलाफ अहम सबूत मिले थे, जिसके बाद यूपी एटीएस ने फराज शाह को भी गिरफ्तार कर लिया।
बात दे अब तक धर्मांतरण के केस में यूपी ATS 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी थी और अब डॉ फराज़ दसवे आरोपी हैं जिसे ATS ने गिरफ्तार किया हैं। पुलिस ने बताया कि फराज महाराष्ट्र के यवतमाल जिले के पुसाद इलाके का रहने वाला है ओर उसे आरोपियों के मोबाइल फोन में मिली कॉल रिकॉर्डिंग और Whatsapp चैट के आधार पर यूपी एटीएस ने गिरफ्तार किया है। यूपी एटीएस अब इन सभी ऑडियो क्लिप का आरोपियों की आवाज से मिलान कराएगी और कोर्ट में दाखिल होने वाली चार्जशीट में भी इसका जिक्र करेगी।
एटीएस के आईजी जीके गोस्वामी ने कहा कि फ़राज़ एमबीबीएस डॉक्टर हैं और महाराष्ट्र में एक क्लिनिक चला रहे थे। इसी क्लीनिक की आड़ में धर्मांतरण से जुड़ी गतिविधियों को भी अंजाम दिया जा रहा था। उन्होंने कहा कि फराज को लखनऊ लाया गया है और कोर्ट ने आरोपी को न्यायिक हिरासत में जेल पहुंचा दिया है। यूपी एटीएस अब डॉक्टर फराज को पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर आगे की पूछताछ करेगी।
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