नया जम्मू-कश्मीर आज मनायेगा पहली बकरीद(Eid Al Adha), लोगों में दिख रहा उत्साह

अनुच्छेद 370 के हटने के बाद एक बार तो ऐसा लगा कि जम्मू कश्मीर में माहौल अराजक हो जायेगा लेकिन भारी सुरक्षा इंतजाम के चलते ऐसी कोई भी घटना सुनने में नहीं आई. अब यहाँ का माहौल तेजी से सामान्य हो रहा है. बकरीद के पहले ही बैंक, एटीएम और बाजारों में लोगों की भीड़ देखने को मिली. नमाज को देखते हुए लोगों को प्रशासन ने बाजार व अन्य  जरूरी वस्तुओं की खरीदारी के लिए पाबंदियों में ढील दी है. अभी तक घाटी में हिंसा की कोई खबर नहीं है.

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श्रीनगर के उपायुक्त शाहिद इकबाल चौधरी के मुताबिक, हालात शांतिपूर्ण हैं। लोगों की आवाजाही और यातायात में ढील दी गई है। हर संवेदनशील इलाके में आम लोगों की सहूलियत के लिए मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं।

श्रीनगर में छह मंडियां और बाजार बनाए गए हैं, जहां कुर्बानी के लिए 2.5 लाख भेड़ें लाई गई हैं। रसोई गैस सिलिंडर, मुर्गियां, अंडे और सब्जियों की आपूर्ति के लिए घर-घर मोबाइल वैन जा रहे हैं।

इंटरनेट सेवा और संचार के साधनों पर पाबंदी के चलते 300 विशेष टेलीफोन बूथ बनाए गए हैं, ताकि लोग रिश्तेदारों और परिजनों से बातचीत कर सकें। हर जिले में राशन घाट बनाए गए हैं। कश्मीर संभाग में 3,697 राशन घाटों में से 3,557 राशन घाटों पर लोगों की रोजमर्रा की जरूरतें पूरी की जा रही हैं।

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बिजली-पानी की आपूर्ति बहाली के लिए भी इंतजाम किए गए हैं। घाटी में अस्पताल व दवा की दुकानें खुलीं रहीं। डॉक्टर व पैरा मेडिकल स्टाफ मौजूद रहे। इनके पहचान पत्र को मूवमेंट पास के रूप में मान्य किया गया है।

अस्पतालों में दवाओं की भी पर्याप्त उपलब्धता है। इस बीच श्रीनगर के लिए विमान सेवा भी सुचारु हो गई है। सभी फ्लाइट अपने निर्धारित समय पर पहुंचीं। यात्रियों के टिकट को मूवमेंट पास के रूप में मान्य किया गया है। इससे यात्रियों को अपने घर पहुंचने में दिक्कत नहीं हुई।

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