फजीहत के बाद बिहार बोर्ड के अध्यक्ष का इस्तीफा, पुलिस ने घर पर मारा छापा
पटना। बिहार बोर्ड रिजल्ट घोटाले में अयोग्य छात्रों की कांपियां बदलकर उन्हें टॉपर बनाने के मामले में फजीहत होने के बाद आखिरकार बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद ने बुधवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। वहीं शिक्षा मंत्री डॉक्टर अशोक चौधरी ने कहा कि सरकार ने प्रसाद को इस्तीफा देने का निर्देश दिया था, जिसके बाद उनहोने अपना इस्तीफा सरकार को सौंपा है।
बिहार बोर्ड रिजल्ट घोटाले में पुलिस की कार्रवाई हुई तेज
आज लालकेश्वर प्रसाद के आवास पर पुलिस ने छापा भी मारा है जिसमें सात लोग हिरासत में लिए गए हैं। अब लालकेश्वर प्रसाद पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। सूत्रों के अनुसार आनंद किशोर बोर्ड के नए अध्यक्ष हो सकते हैं और अनूप सिन्हा को बोर्ड के सचिव पद की जिम्मेदारी सौंपे जाने की उम्मीद है। पुलिस प्रसाद के निजी सचिव को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। इसमें विशुन राय कॉलेज से लेकर परीक्षा केंद्र और मूल्यांकन केंद्र के अधिकारियों की भी भूमिका संदेहास्पद मिली है।
लालकेश्वर प्रसाद के आवास पर पुलिस की छापेमारी से पहले स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआइटी) ने तड़के ही हाजीपुर के जीएस कॉलेज की केंद्राधीक्षक शैल कुमारी व पटना के राजेंद्रनगर ब्वॉयज स्कूल के प्राचार्य व केंद्राधीक्षक विशेश्वर यादव समेत कुल छह लोगों को हिरासत में ले लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। इनमें जीएस कॉलेज (हाजीपुर) के दो क्लर्क भी शामिल हैं। जीएस कॉलेज में ही विशुन राय कॉलेज के छात्रों की परीक्षा हुई थी, जबकि राजेंद्रनगर ब्वॉयज स्कूल (पटना) मूल्यांकन केंद्र था।
एसआइटी की टीम ने जब इस कॉलेज की केंद्राधीक्षक शैल कुमारी को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ शुरू की तब पता चला कि कॉलेज में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। लेकिन, परीक्षा के दौरान सीसीटीवी कैमरों को तोड़ दिया गया था। इतना कुछ होते हुए भी जीएस कॉलेज प्रबंधन द्वारा स्थानीय थाने में न तो एफआइआर दर्ज कराई गई और न ही इसकी आधिकारिक जानकारी बिहार विद्यालय परीक्षा समिति को ही दी गई।
कुछ इसी तरह की कहानी पटना के राजेंद्रनगर ब्वॉयज स्कूल का भी है। इसी सेंटर पर बीआर कॉलेज के छात्रों की कॉपियों का मूल्यांकन किया गया था। स्कूल के प्राचार्य व केंद्राधीक्षक विशेश्वर यादव को जब एसआइटी ने हिरासत में लेकर पूछताछ की तब पता चला कि मूल्यांकन के लिए आई बीआर कॉलेज की कॉपियां सीलबंद नहीं थी। साथ ही कॉपियों में कई तरह के फेरबदल भी किए गए थे। विशेश्वर यादव से एसआइटी ने यह पूछा कि क्या आपने इस मामले में थाने में कोई प्राथमिकी दर्ज कराई थी तब जवाब नहीं में था।
एसआइटी टीम ने बिहार बोर्ड रिजल्ट में इंटर आर्ट्स की परीक्षा में टॉपर रही रूबी राय और साइंस के टॉपर सौरभ श्रेष्ठ के वैशाली स्थित घर पर भी धावा बोला। रूबी राय फरार है। एसआइटी ने उसके घर पर इश्तेहार चिपकाकर उसे आगामी जून को 11 को हर हाल में पुलिस के समक्ष उपस्थित होने का निर्देश दिया है। इंटर साइंस के टॉपर सौरभ श्रेष्ठ को भी पूछताछ के लिए एसआइटी के समक्ष पेश होने का नोटिस दिया गया है।
बिहार बोर्ड रिजल्ट घोटालेे का सारा खेल उत्तर पुस्तिकाएं बदलकर की गई हैं। बोर्ड अध्यक्ष के आदेश से विशुन राय कॉलेज की उत्तर पुस्तिकाएं ‘विशेष कारणों’ से पटना मंगाई गईं। उनकी जांच का राजेंद्रनगर ब्यॉयज स्कूल में ‘विशेष बंदोबस्त’ किया गया था। कॉपियों की सील टूटी हुई थी। पूरा घोटाला उच्चस्तरीय षड्यंत्र से हुआ। इसकी जांच के बाद पुलिस का इनपुट मिलते ही शिक्षा विभाग ने लालकेश्वर को नोटिस भेजा। बर्खास्तगी के डर से लालकेश्वर ने इस्तीफा दे दिया। लेकिन, अभी तक जो सबूत मिले हैं, उनके आधार पर वे गिरफ्तार होंगे, यह तय माना जा रहा है।