
रिपोर्ट- दीपक वत्स
मुजफ्फरनगरः भोपा थाना क्षेत्र के नन्हेड़ा गांव के जंगल में एक ही परिवार के 6 सदस्य बेहोशी की हालत में मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। बताया जा रहा है कि नन्हेड़ा गांव का मनोज पिछले 22 साल से शहर की बच्चन सिंह कॉलोनी में अपने बच्चों के साथ रहता था।
मनोज के परिवार में उसकी पत्नी संगीता तीन बेटी साक्षी, अंतिमा, स्वाति और एक बेटा छोटू था। मनोज ई-रिक्शा चलाकर अपने परिवार का पालन-पोषण करता था।
मंगलवार की देर शाम मनोज अपनी ई-रिक्शा से अपने परिवार के साथ अपने गांव नन्हेड़ा गया था, लेकिन नन्हेड़ा गांव के जंगल मे पूरा परिवार अचेत अवस्था मे मिला, जिसकी सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से पूरे परिवार की गंभीर हालात को देखते हुए मेरठ रेफर कर दिया गया।
मनोज के परिजन देवेन्द्र की मानें तो लड़का तो शहर में रहता था और परिवार गांव में रहता था 22 साल से मुज़फ्फरनगर में रहता था। पता नहीं मियां बीवी में झगड़ा हुआ या कुछ और ये ई-रिक्शा चलता था रिक्शा में अपने बच्चों को बैठा कर गांव ले जा रहा था।
गादला गांव के जंगल में जाकर इन्होंने जहर खा लिया, इनमें तीन लड़की, एक लड़का और मियां बीवी है इसने अपनी बहन को फोन किया की मै यहां हूं और हमने ज़हर खा लिया है।
वहीं सीओ जानसठ एस के एस प्रताप ने जानकारी देते हुए बताया कि नन्हेड़ा के रहने वाले मनोज ने परिवार के साथ ज़हर खा लिया है, जिसमें चार बच्चे और मियां बीवी है एक बच्चे को मेरठ रैफर कर दिया है बाकी का जिला चिकित्सालय में उपचार चल रहा है।