
नई दिल्ली: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने राज्य में होने वाली भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह का रास्ता खुलवा दिया है। जाट संगठन ने शाह की रैली न होने देने का एलान किया था, जिसके बाद सरकार को मजबूर होना पड़ा।
हरियाणा सरकार ने फ़रवरी 2016 में जाट आंदोलन के दौरान भड़की हिंसा के संबंध में दर्ज सभी मामलों को वापस लेने का फ़ैसला लिया है।
रविवार शाम जाट नेताओं के साथ बैठक के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने ये एलान किया, जिसके बाद जाट संगठन ने 15 फ़रवरी को जींद में होनेवाली रैली को वापस ले लिया है।
दरअसल इसी दिन अमित शाह जींद में ही एक बाइक रैली करने वाले हैं। जाट संगठन ने शाह की रैली न होने देने का एलान किया था, जिसके बाद सरकार को ये फ़ैसला लेना पड़ा।
ऑल इंडिया जाट आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष यशपाल मलिक के नेतृत्व में दिल्ली में जाट प्रतिनिधि दल ने इन नेताओं से मुलाकात की थी।
इस रैली को वापस लेने से हरियाणा की सत्तारूढ़ दल भाजपा को राहत मिली है क्योंकि इसी दिन भाजपा अध्यक्ष अमित शाह शहर में एक बाइक रैली में हिस्सा लेंगे।
मुख्यमंत्री खट्टर ने रविवार मलिक को बातचीत करने का आमंत्रण दिया था। बातचीत के बाद मलिक ने कहा कि हरियाणा सरकार ने जाट आंदोलन के दौरान फरवरी, 2016 में भड़की हिंसा के संबंध में दर्ज सभी मामलों को वापस लेने का फैसला किया है।