
लखनऊ। बदलते मौसम में नाक में खुजली होना, एलर्जी होने आदि के चलते नाजल स्प्रे का उपयोग बढ़ रहा है। लेकिन शायद आप यह नहीं जानते हैं कि नाजल स्प्रे के इस्तेमाल के कई नुकसान भी हैं।
असल में नाजल स्प्रे का उतना ही इस्तेमाल करना चाहिए, जितना डॉक्टरों द्वारा कहा जाता है। इससे अधिक इस्तेमाल से हम इसके आदी होने लगते हैं।
इसका तीन दिन से ज्यादा इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, यह हानिकारक हो सकता है। यदि आपको उच्च रक्तचाप, थायराइड, पेशाब से जुड़ी कोई बीमारी है, तो नाजल स्प्रे के इस्तेमाल से दूर रहें।
यह स्प्रे ब्लड प्रेशर बढ़ा सकता है, जिससे आपकी तबियत सुधरने की बजाय और बिगड़ सकती है। स्प्रे के ज्यादा इस्तेमाल से नर्वसनेस बढ़ती है। नींद आने में परेशानी होती है।
यह भी पढ़ें-नई ब्लड टेस्ट तकनीक से शुरुआती अवस्था में होगी कैंसर की पहचान : शोध
घर में ही कर सकते हैं इलाज
अदरख की चाय: इसकी चाय सर्दी-जुकाम में भारी राहत प्रदान करती है। अदरख को बिल्कुल बारीक कर लें। उसमें एक कप गरम पानी या दूध मिलाएं। कुछ देर तक उबालने के बाद पीएं, इससे सर्दी-जुकाम में आराम मिलेगा।
नींबू-शहद: दो चम्मच शहद में एक चम्मच नींबू का रस एक ग्लास गुनगुने पानी या फिर गर्म दूध में मिलाकर पीने से इसमें काफी लाभ होता है।
यह भी पढ़ें-तुरंत बंद कर दीजिए टूथपेस्ट का इस्तेमाल, इस जानलेवा बीमारी के हो रहें है शिकार
लहसुन: इसमें एलिसिन रसायन होता है। यह एंटी बैक्टीरियल, एंटी वायरल व एंटी फंगल होता है। सर्दी-जुकाम के संक्रमण को लहसुन तुरंत दूर करता है।
योग से दूर हो जाएगा सर्दी जुकाम
मतस्यासन : इस आसन में रहते हुए लम्बी-गहरी सांसों के अभ्यास से सर्दी व जुकाम से छुटकारा मिलता है|
विपरीत करनी: टांगों को ऊपर की ओर उठाते हुए किए गए इस आसन का श्वसन तन्त्र के रोगों के उपचार में महत्वपूर्ण प्रभाव होता है| यह आसन सर्दी व जुकाम से ग्रस्त रोगी के मनोबल में वृद्धि करता है।
नाड़ी शोधन प्राणायाम : नथुनों को बदल-बदलकर सांस लेने से सर्दी से अवरुद्ध नासिका द्वार खुल जाते हैं। इससे फेफड़ों को अधिक मात्रा में ऑक्सीजन मिलती है।