हैरान करने वाली वजह के साथ कबड्डी छोड़ वापस कुश्ती में लौटीं टायला फोर्ड

टायला फोर्डचंडीगढ़। न्यूजीलैंड की ओलिम्पियन और ग्लास्गो में हुए राष्ट्रमंडल खेलों की कांस्य पदक विजेता टायला फोर्ड कबड्डी छोड़कर कुश्ती पर अपना ध्यान केंद्रित कर रही हैं। टायला का कहना है कि प्रो-रेसलिंग लीग (पीडब्ल्यूएल) में प्रतिस्पर्धा उनका सपना है और अगर उन्हें पिछली बार की चैम्पियन पंजाब टीम में खेलने का अवसर मिलता है, तो फिर यह उनके जीवन की सबसे बड़ी घटना होगी।

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पीडब्ल्यूएल लीग का अगला संस्करण अगले साल नौ जनवरी से शुरू हो रहा है, जिसमें कुल छह टीमें भाग लेंगी।

टायला ने कहा कि वह पिछले साल विश्व कप कबड्डी में भाग लेने आई थीं और उनकी टीम को उस टूर्नामेंट में भारत और अमेरिका के बाद तीसरा स्थान हासिल हुआ था। इसके बावजूद टायला को जो मान-सम्मान कुश्ती में हासिल हुआ, उसे वह कभी नहीं भूल सकतीं। उनका कहना है कि ओलिम्पिक में उन्होंने कुश्ती में अपने देश की ओर से भाग लिया, जो उनके लिए किसी सपने के सच होने की तरह था। अब प्रो रेसलिंग लीग में दुनिया के शीर्ष खिलाड़ियों के बीच अपने खेल को बुलंदियों पर लाना उनका बड़ा उद्देश्य है।

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उन्होंने कहा कि कुश्ती दुनिया भर में खेली जाती है और प्रो-रेसलिंग लीग में भाग लेने का अगर उन्हें मौका मिलता है, तो इससे न्यूजीलैंड में भी इस खेल के विकास में मदद मिलेगी।

इस लीग में राष्ट्रमंडल खेलों के रजत पदक विजेता और अर्जुन पुरस्कार विजेता सत्यव्रत कादियान और राष्ट्रमंडल चैम्पियनशिप में दो रजत पदक जीत चुके राहुल मान ने इस अवसर पर कहा कि पीडब्ल्यूएल ने भारत में कुश्ती को लोकप्रिय बनाने में अहम भूमिका निभाई है। लीग के दौरान ओलिम्पिक और वल्र्ड चैम्पियनशिप के पदक विजेताओं के साथ डग आउट में बैठना और उनके साथ अभ्यास करना भारतीय पहलवानों के यादगार अनुभव रहे। उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि लीग सफलता की लगातार सीढ़ियां चढ़ते हुए दुनिया में अपना विशिष्ट स्थान बनाएगी।

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