टाटा कैपिटल ने आधार-आधारित ई-केवाईसी प्लेटफॉर्म किया लांच

टाटा कैपिटलनई दिल्ली। टाटा समूह की वित्तीय सेवा इकाई टाटा कैपिटल ने ऋणों की केवाईसी सत्यापन प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए आधार आधारित बायोमीट्रिक नो योर कस्टमर (केवाईसी) प्रक्रिया की शुरुआत की है ताकि ग्राहकों को सुविधा के साथ ही यह प्रक्रिया पूरी तरह कागजरहित हो सके।

कंपनी ने एक बयान में कहा कि मानक आवश्यक प्रक्रिया के तौर पर सभी वित्तीय संस्थानों को ग्राहकों की केवाईसी प्रक्रिया पूरी करनी होती है। इस प्रक्रिया में पारंपरिक तौर पर स्वसत्यापित प्रतियां और वास्तविक दस्तावेजों का सत्यापन किया जाता है।

इसे आसान और प्रक्रिया को अधिक सुरक्षित बनाने के लिए टाटा कैपिटल ने बायोमीट्रिक ई-केवाईसी को अपनाया है और व्यक्तिगत एवं उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुओं के ऋणों जैसे ऑनलाइन ऋणों के लिए इस प्रक्रिया का डिजिटलीकरण किया है।

ग्राहकों की मंजूरी पर आधारित इस कागजरहित प्रक्रिया में यूआईडीएआई के आधार डेटाबेस का इस्तेमाल कर दो आसान चरणों में बायोमीट्रिक सत्यापन किया जाता है।

टाटा कैपिटल के मुख्य परिचालन अधिकारी (रिटेल बिजनेस एंड हाउसिंग फाइनेंस) गोविंद शंकरनारायणन ने कहा, “टाटा कैपिटल की कोशिश प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल कर ऋण आवेदन प्रक्रिया को सरल बनाकर और ग्राहकों के साथ जुड़ाव को बढ़ावा देकर सबसे आगे बने रहने की है।”

टाटा कैपिटल की मुख्य परिचालन अधिकारी (डिजिटल वर्टिकल) वीतिका देवरस ने कहा, “बायोमेट्रिक केवाईसी को अपनाना ग्राहकों के अनुभव को बेहतर बनाने और दायरा बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी और डिजिटाइजेशन का लाभ उठाने की टाटा कैपिटल की प्रतिबद्धता के मुताबिक है। इसके अलावा ई-साइन की शुरूआत करने की भी योजना है जो ऋण आवेदन प्रक्रिया को पूरी तरह कागज रहित बनाने में बायोमीट्रिक केवाईसी की मदद करेगा।”

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