
नई दिल्ली। बलात्कारी बाबा राम रहीम के जेल जाने के बाद अब पुलिस प्रसाशन की नज़रें उनकी मुहबोली बेटी कही जाने वाली हनीप्रीत कौर के ऊपर है। जिस हनीप्रीत की तलाश में हरियाणा पुलिस दिन-रात एक किये हुए है। वह राम रहीम को दोषी ठहराए जाने के बाद हेलीकाप्टर में बाबा के साथ सुनारिया जेल आई थी। तब यहां पर लगभग साढ़े चार घंटे गुज़ारने के बाद उसे लेने के लिए चार लोग गाड़ी में आए थे।
फरार हनीप्रीत
सामने आई एक और महिला, कहा- एक नहीं कई हैं ‘राम रहीम’, मिलकर करते हैं बलात्कार
बताया जाता है कि यहां से निकलकर हनीप्रीत ने सीक्रेट मीटिंग भी की थी। उसने जेल प्रशासन को लिखित में दिया था कि वह फतेहाबाद पुलिस के कांस्टेबल विकास के साथ फतेहाबाद जा रही है। इस पर जेल प्रशासन ने पूरी सिक्युरिटी के साथ 25 अगस्त को उसे फतेहाबाद के लिए रवाना किया था।
पुलिस कांस्टेबल के अलावा उसके साथ रोहतक निवासी संजय और झज्जर निवासी जितेंद्र कुमार भी कार में मौजूद थे। उसके बाद से ही वह गायब है।
बता दें कि झज्जर निवासी जितेंद्र सिंह के मुताबिक, ‘ मैं सात महीने पहले डेरे से जुड़ा था, मेरे पास 25 अगस्त की शाम को रोहतक निवासी संजय का फोन आया कि जेल तक कार लेकर चलना है, जहां मेरे पिताजी आए हुए हैं। उनके साथ कुछ लोग और भी हैं। तो दो कारों की जरूरत है बस इन्हें छोड़कर आ जाना है’।
उन्होंने कहा, “यह बात सुनकर मैं गाड़ी लेकर सुनारिया जेल तक गया। संजय के पास रिट्ज कार थी, जबकि मेरे पास फोर्ड कार थी। वहां एसपी भी मौजूद थे। जेल में जाने पर पुलिस ने वैरिफिकेशन किया, जिसमें एक कागज़ पर मैंने, संजय और हिसार निवासी वेदप्रकाश ने साईन किये।”
इसके अलावा फतेहाबाद पुलिस का एक कांस्टेबल विकास भी वहीं पर था। यहीं पर हनीप्रीत ने लिखित में बताया कि वह विकास के साथ फतेहाबाद जा रही है। इसके अलावा हम तीन लोगों ने भी उस लिखित पत्र पर हस्ताक्षर किए। उसके बाद हम लोग जेल से साढ़े 9 बजे वहां से निकले थे। इसके बाद मैंने हनीप्रीत को संजय के घर छोड़ दिया। यहां पर पहले से ही एक इनोवा गाड़ी खड़ी थी।
बकौल जितेंद्र उसके बाद संजय के घर पर एक घंटे तक तीनों ने गुप्त बैठक की। इस बैठक में हनीप्रीत, विकास और वेदप्रकाश शामिल थे।
उस समय मैं और संजय बाहर ही थे। संजय ने हनीप्रीत से खाने के लिए भी पूछा लेकिन उन्होंने माना कर दिया। इसके बाद हनीप्रीत वहां से इनोवा कार में निकली उनके साथ ही मैं भी वहां से निकल पड़ा।
गोहाना रोड स्थित वीटा मिल्क प्लांट तक हम साथ-साथ चले। इसके बाद उन्होंने मुझे गोहाना बाईपास से वापस भेज दिया। उसके बाद का मुझे कुछ भी पता नहीं कि वे कहां पर गए।
फतेहाबाद एसपी कुलदीप सिंह ने कहा कि, ‘विकास नाम का यह कांस्टेबल उनके यहां का नहीं है’।
ऐसे में सबसे बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है कि क्या हनीप्रीत को पहले से ही आशंका थी कि जैसे ही बाबा के करीबी जांच के दायरे में आएंगे वह भी पुलिस गिरफ्त में सकती हैं। अब पुलिस ने लुकआउट नोटिस जारी कर दिया है।
ख़बरों के मुताबिक हनीप्रीत के विदेश भागने की आशंका है।
राम रहीम ने हनीप्रीत को जेल में साथ रखने के लिए बात रखी थी, जिसे अफसरों ने ठुकरा कर दिया था। अब खबर है कि राम रहीम ने जेल में मिलने आने वालों की जो लिस्ट अधिकारियों को सौंपी है। उसमें हनीप्रीत का नाम शामिल नहीं है।
बता दें हनीप्रीत का 12 सेकंड के वीडियो सामने आ रहा है, जिसमें वो कार में रोहतक से जाती दिख रहीं हैं।