अब 6 घंटे पहले ही पता चल जायेगा कि पड़ने वाला है हार्ट अटैक
नई दिल्ली। आजकल के समय में अनियमित खानपान और खराब दिनचर्या के चलते कम उम्र में लोगों को गंभीर बीमारियां हो जाती हैं। वहीँ अगर हार्ट अटैक जैसी बीमारी की बात करें तो भारत में इसके पेशेंट दिन-ब-दिन बढ़ते ही जा रहे हैं। ऐसे में अगर हम कहें कि इस गंभीर समस्या के निवारण के लिए एक ऐसी डिवाइस तैयार की गई है जोकि हार्ट अटैक आने से कई घंटे पहले ही संकेत कर देगा तो इसमें हैरान होने वाली कोई बात नहीं है क्योंकि ऐसी डिवाइस तैयार की जा चुकी है।
तामिलनाडु के एक छात्र ने ऐसा कारनामा कर दिखाया है, जिसके बाद उसकी चारो तरफ सराहना हो रही है। इस दसवीं के छात्र ने ऐसी डिवाइस बनाई है, जिससे छह घंटे पहले ही हार्ट अटैक का पता लगाया जा सकता है। छात्र मनोज को इस उपलब्धि के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया है।
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बता दें तमिलनाडु निवासी 16 साल के मनोज द्वारा बनाई गई इस जादुई डिवाइस को विज्ञान की दुनिया का चमत्कार माना जा रहा है।
वहीँ इस बारे में मनोज का कहना है कि आज कल साइलेंट हार्ट अटैक आम हो गया है। दबे पांव आने वाली इस मौत से इंसान अंजान रहता है। इसका कोई लक्षण भी नहीं दिखता। छात्र ने कहा कि इस बीमारी में ऊपर से तो व्यक्ति स्वस्थ दिखता है, इसीलिए लोग इससे अनजान रह जाते हैं और उनके बचने की कोई गुंजाइश न के बराबर रह जाती है।
उल्लेखनीय है कि इस डिवाइस के जरिए साइलेंट हार्ट अटैक को काफी हद तक रोका जा सकता है। ग्रामीण क्षेत्रों के लिए यह डिवाइस काफी कारगर साबित हो सकती है।
इस डिवाइस की सहायता से बिना स्किन में कट लगाए ब्लड बायोमार्कर FABP3 का पता लगाया जा सकता है, जिसके कारण अटैक की आशंका बनी रहती है।
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मनोज के इस डिवाइस को बनाने के पीछे की वजह उसके दादा रहे। उसके दादा की भी साइलेंट हार्ट अटैक की वजह से मृत्यु हो गई थी। उसके बाद ही मनोज ने ऐसी डिवाइस बनाने की ठानी जिससे इसका समय रहते पता लगाया जा सके।
बता दें ग्रामीण इलाकों में काम करने की चाहत रखने वाले मनोज बड़े होकर कार्डियोलॉजिस्ट बनना चाहते हैं।